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उन्नाव: ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगा परिजनों ने किया मौत पर हंगामा

जनपद में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने एक बार फिर एक युवक की जान ले ली. युवक की मौत के पीछे की वजह अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म होना बताया जा रहा है. घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला
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Published : Jul 28, 2019, 12:21 PM IST

उन्नाव : जनपद में लापरवाह स्वास्थ्य विभाग ने में एक बार फिर एक निर्दोष युवक की जान ले ली. परिजनों की मानें तो उन्होंने सुबह मरीज को किडनी की शिकायत की वजह से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था. अस्पताल में ऑक्सीजन लगाई गई तो सिलेंडर खाली होने के कारण मरीज की हालात बिगड़ गई. तीन ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए, तीनों खाली थे.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला.

मौत की सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करना शुरु कर दिया. मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने सभी को शांत करवाया. बवाल की सूचना के कुछ देर बाद सीएमओ उन्नाव जिला अस्पताल पहुंचे.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने ली एक और जान -

  • जनपद में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.
  • मरीज को किडनी की शिकायत की वजह से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
  • मरीज को डायलिसिस वार्ड में न भर्ती करके सामान्य वार्ड में भर्ती किया गया.
  • ऑक्सीजन लगाई गई तो सिलेंडर खाली होने के कारण मरीज की हालात बिगड़ गई.
  • दो सिलेंडर और लगाए गए दोनों में आक्सीजन खत्म थे.
  • लापरवाही के बीच जब तक मरीज को ऑक्सीजन मिलती उसकी जान जा चुकी थी.
  • मौत की सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरु कर दिया.

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की जान गई. हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने परिजनों को शांत करवाया. घटना के बाद अस्पताल से जिम्मेदार भाग निकले. हंगामे के कुछ देर बाद सीएमओ उन्नाव भी जिला अस्पताल पहुंचे.

इस पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी और दोषी पाए गए लोगों पर कार्रवाई की जाएगी .
- डॉक्टर लालता प्रसाद, सीएमओ उन्नाव

उन्नाव : जनपद में लापरवाह स्वास्थ्य विभाग ने में एक बार फिर एक निर्दोष युवक की जान ले ली. परिजनों की मानें तो उन्होंने सुबह मरीज को किडनी की शिकायत की वजह से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था. अस्पताल में ऑक्सीजन लगाई गई तो सिलेंडर खाली होने के कारण मरीज की हालात बिगड़ गई. तीन ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए, तीनों खाली थे.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला.

मौत की सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करना शुरु कर दिया. मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने सभी को शांत करवाया. बवाल की सूचना के कुछ देर बाद सीएमओ उन्नाव जिला अस्पताल पहुंचे.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने ली एक और जान -

  • जनपद में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.
  • मरीज को किडनी की शिकायत की वजह से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
  • मरीज को डायलिसिस वार्ड में न भर्ती करके सामान्य वार्ड में भर्ती किया गया.
  • ऑक्सीजन लगाई गई तो सिलेंडर खाली होने के कारण मरीज की हालात बिगड़ गई.
  • दो सिलेंडर और लगाए गए दोनों में आक्सीजन खत्म थे.
  • लापरवाही के बीच जब तक मरीज को ऑक्सीजन मिलती उसकी जान जा चुकी थी.
  • मौत की सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरु कर दिया.

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की जान गई. हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने परिजनों को शांत करवाया. घटना के बाद अस्पताल से जिम्मेदार भाग निकले. हंगामे के कुछ देर बाद सीएमओ उन्नाव भी जिला अस्पताल पहुंचे.

इस पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी और दोषी पाए गए लोगों पर कार्रवाई की जाएगी .
- डॉक्टर लालता प्रसाद, सीएमओ उन्नाव

Intro: उन्नाव में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने एक बार फिर एक युवक की जान ले ली। युवक की मौत के पीछे की वजह अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म होना बताया जा रहा है। युवक की मौत के बाद युवक के परिजनों ने जिला अस्पताल में हंगामा काटना शुरू कर दिया। बवाल की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने किसी तरह नाराज परिजनों को शांत करवा कर हंगामे की वजह पूछी। परिजनों ने बताया कि उनके मरीज को पहले तो लापरवाही के तहत गलत वार्ड में भर्ती करवाया गया उसके बाद खाली ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने से उसकी मौत हो गई। घटना के बाद अस्पताल से जिम्मेदार भाग निकले और बवाल की सूचना पर सीएमओ उन्नाव अस्पताल पहुंचे।


Body:उन्नाव के लापरवाह स्वास्थ्य विभाग ने में एक बार फिर एक निर्दोष युवक की जान ले ली। और मरीज की मौत के पूरे मामले को दबाने में जुट गए। परिजनों की मानें तो उन्होंने सुबह अपने मरीज को किडनी की शिकायत की वजह से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था। जिम्मेदारों की लापरवाही का आलम यहीं से शुरू हो गया और पहले तो मरीज को डायलिसीसी वार्ड में न भर्ती करके सामान्य वार्ड में भर्ती कर दिया। उसके बाद ऑक्सीजन लगाई गई तो सिलेंडर खाली होने के कारण मरीज की हालात बिगड़ गई। दूसरा सिलेंडर बदल कर लगाया गया तो वो भी खाली निकला तीसरा सिलेंडर लगाया गया तो उसमें भी ऑक्सीजन खत्म हो चुकी थी। स्वास्थ्य विभाग की इसी लापरवाही और ड्रामे के बीच एक चौथा ऑक्सीजन सिलेंडर लगाया गया। लेकिन जब तक मरीज को ऑक्सीजन मिलती उसकी जान जा चुकी थी। परिजनों की मानें तो मरीज की मौत के बाद डॉक्टर इधर उधर अपने काम मे लग गए। लेकिन किसी ने अपनी जिम्मेदारी न समझी। मौत की सूचना मिलते ही परिजन अस्पताल में हंगामा करने लगे हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने सभी को शांत करवाया। कुछ देर बाद सीएमओ उन्नाव भी जिलाअस्पताल पहुंच गए।

बाइट: मृतक का भाई

बाइट: मृतक की बहन

Conclusion:वहीं इस पूरे मामले में सीएमओ उन्नाव ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी और दोषी पाए गए लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

बाइट:- डॉक्टर लालता प्रसाद, सीएमओ उन्नाव।

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