उन्नाव : एक तरफ गोवंशी पशुओं के संरक्षण को लेकर प्रदेश सरकार के मुखिया सीधे मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सदर पशु अस्पताल में पशुओं को मानक की कसौटी पर फेल हो चुकी दवाएं दी जा रही हैं. इसका खुलासा राज्य औषधि प्रयोगशाला में कराई गई जांच में हुआ है. सदर पशु चिकित्सालय की 2 दवाएं प्रयोगशाला की जांच में मानक विहीन पाई गई हैं.
नवंबर 2018 में औषधि निरीक्षक अजय कुमार संतोषी ने शहर के बड़े चौराहे स्थित पशु चिकित्सालय में जाकर जांच पड़ताल की थी. वहां के स्टोर से 2 दवाओं के सैंपल भी लिए गए थे. इन दवाओं में गेट ओपन वेट और एल्बम लॉक्स आई शामिल थी. दोनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया था. अब इनकी जांच रिपोर्ट आई है और इसमें बताया गया है कि के टॉप वेट के लेबल पर जो रसायन के प्रयोग किए जाने की जानकारी लिखी है, वह उसमें नहीं मिली है. सैंपल में उस फॉर्मूले का कंटेंट भी नहीं मिला है.
इसके अलावा एल्बम लॉक्स आई में भी उन दवाओं का मिश्रण नहीं मिला है, जिनका लेबल पर दावा किया गया है. ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि स्टोर संचालक को पत्र भेजकर निर्माण करने वाली कंपनियों की जानकारी मांगी है. वहीं उनसे दवा का वितरण रोकने को कहा गया है. कंपनियों की जानकारी मिलने पर उन्हें नोटिस करके जवाब मांगा जाएगा. यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो कंपनी को डीबार करने के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजा जाएगा.