उन्नाव : पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए उन्नाव के लाल अजीत कुमार के परिवार से मिलने आए एक और शहीद के परिवार का दर्द बाहर आ गया. सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर शहीद के परिवार ने सरकार को निशाने पर लिया. शहीद के परिवार ने कहा कि एक साल से ज्यादा समय बीत गया, लेकिन सरकार की तरफ से की गई घोषणाएं सिर्फ कागजी निकली.
दरअसल, गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने CRPF के काफिले पर आत्मघाती हमला कर दिया था, जिसमें CRPF के 44 जवान शहीद हो गए थे. जवानों की शहादत के बाद से देश पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा तो वहीं शहीद परिवारों के घर के चिराग बुझ गए. इसी आतंकी हमले में उन्नाव जिले के रहने वाले CRPF जवान अजीत कुमार भी शहीद हो गए. अजीत कुमार के शहादत की खबर सुनने के बाद से ही परिजन बेसुध हैं.
वहीं शुक्रवार को शहीद अजीत कुमार के परिवार से मिलने एक और शहीद का परिवार आया था. दरअसल, 24 जनवरी 2018 को छत्तीसगण में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ जवान अरविंद विमल शहीद हो गए थे. अरविंद विमल का परिवार शुक्रवार को अजीत कुमार के परिवार से मिलने पहुंचा, जहां दोनों परिवारों ने एक-दूसरे का दुख दर्द बांटा. यही नहीं शहीद अरविंद के परिजनों ने शहीद अजीत के परिजनों को सरकार के धोखे से भी सावधान रहने को कहा.
24 जनवरी 2018 को जब सीआरपीएफ जवान अरविंद विमल शहीद हुए थे तो यूपी से लेकर केंद्र सरकार सब ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया था. बड़े-बड़े वायदों से लेकर परिवार की मदद करने का भी भरोसा दिया गया था. अरविंद विमल को शहीद हुए एक साल से ज्यादा का समय बीत गया है, लेकिन सरकार की सभी घोषणाएं सिर्फ कागजी निकली और शहीद के परिवार को कुछ भी नहीं मिला. उन्नाव से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक शहीद की मां बेटे की कुर्बानी सत्ता में बैठे लोगों को याद दिला रही ही थीं, लेकिन एक मां का दर्द किसी ने नहीं समझा.
ईटीवी भारत से अपना दर्द बयां करते हुए शहीद अरविंद विमल के परिजनों ने सरकार पर धोखेबाजी का आरोप लगाया. उन्होंने सरकार से शहीदों का इस तरह से अपमान न करने की भी अपील की. यही नहीं शहीद अरविंद के परिवार ने शहीद अजीत के परिवार को सरकार की धोखेबाजी से सतर्क रहने को कहा.