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शहीद के घर पर छलका एक शहीद के परिवार का दर्द, कहा-सरकार की घोषणाएं सिर्फ कागजों पर होती हैं - उन्नाव न्यूज

24 जनवरी 2018 को छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में उन्नाव जिले के सीआरपीएफ जवान अरविंद विमल शहीद हो गए थे. अरविंद विमल का परिवार शुक्रवार को शहीद अजीत कुमार के परिवार से मिलने पहुंचा, जहां दोनों परिवारों ने एक-दूसरे का दुख दर्द बांटा. इस दौरान अरविंद के परिजनों ने मोदी और योगी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया.

शहीद अरविंद विमल की फोटो के साथ उनकी मां.
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Published : Feb 16, 2019, 11:23 AM IST

उन्नाव : पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए उन्नाव के लाल अजीत कुमार के परिवार से मिलने आए एक और शहीद के परिवार का दर्द बाहर आ गया. सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर शहीद के परिवार ने सरकार को निशाने पर लिया. शहीद के परिवार ने कहा कि एक साल से ज्यादा समय बीत गया, लेकिन सरकार की तरफ से की गई घोषणाएं सिर्फ कागजी निकली.

दरअसल, गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने CRPF के काफिले पर आत्मघाती हमला कर दिया था, जिसमें CRPF के 44 जवान शहीद हो गए थे. जवानों की शहादत के बाद से देश पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा तो वहीं शहीद परिवारों के घर के चिराग बुझ गए. इसी आतंकी हमले में उन्नाव जिले के रहने वाले CRPF जवान अजीत कुमार भी शहीद हो गए. अजीत कुमार के शहादत की खबर सुनने के बाद से ही परिजन बेसुध हैं.

शहीद अरविंद विमल के परिजनों से बात करते संवाददाता.
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वहीं शुक्रवार को शहीद अजीत कुमार के परिवार से मिलने एक और शहीद का परिवार आया था. दरअसल, 24 जनवरी 2018 को छत्तीसगण में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ जवान अरविंद विमल शहीद हो गए थे. अरविंद विमल का परिवार शुक्रवार को अजीत कुमार के परिवार से मिलने पहुंचा, जहां दोनों परिवारों ने एक-दूसरे का दुख दर्द बांटा. यही नहीं शहीद अरविंद के परिजनों ने शहीद अजीत के परिजनों को सरकार के धोखे से भी सावधान रहने को कहा.

24 जनवरी 2018 को जब सीआरपीएफ जवान अरविंद विमल शहीद हुए थे तो यूपी से लेकर केंद्र सरकार सब ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया था. बड़े-बड़े वायदों से लेकर परिवार की मदद करने का भी भरोसा दिया गया था. अरविंद विमल को शहीद हुए एक साल से ज्यादा का समय बीत गया है, लेकिन सरकार की सभी घोषणाएं सिर्फ कागजी निकली और शहीद के परिवार को कुछ भी नहीं मिला. उन्नाव से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक शहीद की मां बेटे की कुर्बानी सत्ता में बैठे लोगों को याद दिला रही ही थीं, लेकिन एक मां का दर्द किसी ने नहीं समझा.

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ईटीवी भारत से अपना दर्द बयां करते हुए शहीद अरविंद विमल के परिजनों ने सरकार पर धोखेबाजी का आरोप लगाया. उन्होंने सरकार से शहीदों का इस तरह से अपमान न करने की भी अपील की. यही नहीं शहीद अरविंद के परिवार ने शहीद अजीत के परिवार को सरकार की धोखेबाजी से सतर्क रहने को कहा.

उन्नाव : पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए उन्नाव के लाल अजीत कुमार के परिवार से मिलने आए एक और शहीद के परिवार का दर्द बाहर आ गया. सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर शहीद के परिवार ने सरकार को निशाने पर लिया. शहीद के परिवार ने कहा कि एक साल से ज्यादा समय बीत गया, लेकिन सरकार की तरफ से की गई घोषणाएं सिर्फ कागजी निकली.

दरअसल, गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने CRPF के काफिले पर आत्मघाती हमला कर दिया था, जिसमें CRPF के 44 जवान शहीद हो गए थे. जवानों की शहादत के बाद से देश पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा तो वहीं शहीद परिवारों के घर के चिराग बुझ गए. इसी आतंकी हमले में उन्नाव जिले के रहने वाले CRPF जवान अजीत कुमार भी शहीद हो गए. अजीत कुमार के शहादत की खबर सुनने के बाद से ही परिजन बेसुध हैं.

शहीद अरविंद विमल के परिजनों से बात करते संवाददाता.
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वहीं शुक्रवार को शहीद अजीत कुमार के परिवार से मिलने एक और शहीद का परिवार आया था. दरअसल, 24 जनवरी 2018 को छत्तीसगण में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ जवान अरविंद विमल शहीद हो गए थे. अरविंद विमल का परिवार शुक्रवार को अजीत कुमार के परिवार से मिलने पहुंचा, जहां दोनों परिवारों ने एक-दूसरे का दुख दर्द बांटा. यही नहीं शहीद अरविंद के परिजनों ने शहीद अजीत के परिजनों को सरकार के धोखे से भी सावधान रहने को कहा.

24 जनवरी 2018 को जब सीआरपीएफ जवान अरविंद विमल शहीद हुए थे तो यूपी से लेकर केंद्र सरकार सब ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया था. बड़े-बड़े वायदों से लेकर परिवार की मदद करने का भी भरोसा दिया गया था. अरविंद विमल को शहीद हुए एक साल से ज्यादा का समय बीत गया है, लेकिन सरकार की सभी घोषणाएं सिर्फ कागजी निकली और शहीद के परिवार को कुछ भी नहीं मिला. उन्नाव से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक शहीद की मां बेटे की कुर्बानी सत्ता में बैठे लोगों को याद दिला रही ही थीं, लेकिन एक मां का दर्द किसी ने नहीं समझा.

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ईटीवी भारत से अपना दर्द बयां करते हुए शहीद अरविंद विमल के परिजनों ने सरकार पर धोखेबाजी का आरोप लगाया. उन्होंने सरकार से शहीदों का इस तरह से अपमान न करने की भी अपील की. यही नहीं शहीद अरविंद के परिवार ने शहीद अजीत के परिवार को सरकार की धोखेबाजी से सतर्क रहने को कहा.

Intro:उन्नाव:--"वो वादा करके भूल गए हम आस लगाए बैठे है"सरकार के झूठे वायदों पर उम्मीद का दामन थामे एक शहीद का परिवार दर दर भटक रहा है उन्नाव में एक बेटे की शहादत के बाद निजाम से लेकर नौकरशाहों ने घोषणाओं का पिटारा खोलकर बड़े बड़े वायदे किये और शहीद की अंतिम यात्रा में जमकर राजनीति चमकाई और सहानभूति बटोरी गयी लेकिन उसके बाद सरकार को ना तो शहीद की शहादत याद आई और ना ही परिवार का दर्द बाटने कोई पहुँचा।छत्तीसगढ़ हमले में शहीद हुए उन्नाव के एक जवान का परिवार जब पुलवामा हमले में शहीद हुए जवान के परिवार से मिलने पहुचा तो उसका दर्द खुद ब खुद बाहर आ गया।


Body:कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए उन्नाव के अजित कुमार के परिवार से आज 24 जनवरी 2018 को छत्तीसगण में नक्सली हमले में शहीद हुए अरविंद विमल का परिवार मिलने पहुँचा तो दोनों परिवारों ने एक दूसरे का दर्द बाँटा यही नही शहीद अरविंद के परिवार ने शहीद अजीत के परिवार को सरकार के धोखे से भी होशियार किया दरहसल 24 जनवरी 2018 को शहीद अरविंद विमल के परिजनों से यू पी से लेकर केंद्र सरकार ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया बड़े बड़े वायदों से लेकर परिवार की मदद करने का भी भरोसा दिलाया लेकिन पिछले 1 साल से ज्यादा का समय बीत गया लेकिन सरकार की सभी घोषणाएं कागजी निकली और शहीद के परिवार को कुछ भी नही मिला उन्नाव से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक शहीद की माँ बेटे की कुर्बानी सत्ता में बैठे लोगों को याद दिला रही ही थी लेकिन एक माँ का दर्द किसी ने नही समझा और उसे हर जगह से दुत्कार मिली,वही शहीद का परिवार सरकार पर जहां धोखेबाज़ी का आरोप लगा रहा है वही सरकार से शहीदों का इस तरह अपमान ना करने की भी अपील कर रहा है।etv भारत से अपने दर्द को बयां किया शहीद अरविंद के परिजनों ने।

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Conclusion:यही नही शहीद अरविंद के परिवार ने शहीद अजित के परिवार को धोखेबाज़ सरकार पर भरोसा ना करने की बात कही है ।

वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000
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