उन्नाव : रविवार को देर शाम पंखे में उतरे करंट से एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत हो गई थी. सभी सगे भाई-बहन पास में ही खेल रहे थे, तभी यह हादसा हुआ. सोमवार को पुलिस ने बच्चों के शव का पोस्टमार्टम कराया. बच्चों के मां-बाप पोस्टमार्टम हाउस तक नहीं जा सके. वे बस घर का सूना आंगन देख फूट-फूटकर रोते रहे. आसपास के लोग उनको संभालने में लगे रहे लेकिन दोनों रोते-रोते बेसुध हो जाते.
घर में खेल रहे थे बच्चे, तभी मौत ने मारा झपट्टा
बारासगवर थाना क्षेत्र के लालमन खेड़ा गांव निवासी वीरेंद्र कुमार के घर में एक पुराना फर्राटा पंखा लगा था. पंखे के पास में खेल रहे एक बच्चे ने उसे छू लिया. पंखे में करंट उतरने की वजह से वह चपेट में आ गया. यह देख बाकी भाई-बहनों ने उसे छुड़ाने की कोशिश की तो वे भी चपेट में आ गए. चारों बच्चों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. मयंक (9), हिमांशी (8), हिमांक (6), मानसी (4) सभी सगे भाई-बहन थे. घटना के काफी देर तक घरवालों को बच्चों की मौत का पता नहीं चला. जब जानकारी हुई तो कोहराम मच गया.
जिस आंगन में गूंजती थी खिलखिलाहट, वहां अब बस चीत्कार
इस घटना के बाद एक तरफ मां की हालत देख लोगों का कलेजा मुंह को आ जाता है तो दूसरी तरफ बदहवास पिता की हालत ऐसी है कि लोग उसे संभालने में लगे हैं. जिस घर में हमेशा बच्चों की खिलखिलाहट गूंजती थी, वहां चीत्कार मची है. घर का सूना आंगन देख माता-पिता दोनों बस रोते ही रहते हैं. पिता पोस्टमार्टम हाउस तक भी नहीं जा सका. बच्चों के चाचा और ताऊ ही पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. यहां पुलिस बल भी तैनात रहा. बच्चों के पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार बक्सर घाट पर कराने की पुलिस ने तैयारी की है.
माता-पिती को सांत्वना देने पहुंचीं डीएम, विधायक ने दिए दस हजार
घटना की सूचना पर डीएम अपूर्वा दुबे मृतकों के घर पहुंचीं और परिजनों को सांत्वना दी. डीएम ने परिजनों को हरसम्भव मदद का आश्वासन दिया. इसके अलावा क्षेत्रीय विधायक आशुतोष शुक्ला भी पहुंचे . उन्होंने परिजनों को 10 हजार रूपये की आर्थिक मदद की. इस बारे में क्षेत्राधिकारी सदर आशुतोष कुमार ने बताया कि वीरेंद्र कुमार के चार बच्चों की पंखे में उतरे करंट की चपेट आने से मृत्यु हो गई है . इस मामले की जांच कराई जा रही है.
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