उन्नाव : कान की हड्डी गलने से सुनने की क्षमता खो चुके व्यक्ति का जिला अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया. कई सालों से भटक रहे युवक ने सीएमएस को अपनी पीड़ा सुनाई तो ईएनटी सर्जन सीएमएस डॉ. मेवालाल ने उसके कान का सीमित संसाधनों में ऑपरेशन किया. ऑपरेशन सफल होने के बाद अब युवक सुनने में सक्षम है.
इस तरह से हो सका इलाज
- पटियाला गांव निवासी शिवाकांत पांडे के कान की हड्डी में सड़न हो गई थी.
- हड्डी गलने से उन्हें सुनाई देना बंद हो गया था.
- उन्होंने मेडिकल कॉलेज से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में उपचार कराया, लेकिन उन्हें सही इलाज नहीं मिला.
- इस बीच उन्होंने जिला अस्पताल में संपर्क किया.
- जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. मेवालाल ने शिवाकांत की जांच की.
- इसके बाद उन्होंने उसको कान का ऑपरेशन कराने की सलाह दी.
- ऑपरेशन सफल होने के बाद शिवाकांत पांडे अब सुन पा रहे हैं.
हमने कई अस्पतालों में अपने कान का इलाज कराया. 10 साल से मेरा कान बह रहा था, लेकिन कहीं कोई फायदा नहीं मिला. इसके बाद हमको जानकारी हुई कि जिला अस्पताल में डॉक्टर हैं. इसके बाद हम उन्नाव जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. मेवालाल से मिले, जिन्होंने मेरा ऑपरेशन किया है. मुझे अब काफी राहत है.
- शिवाकांत, पीड़ित मरीज
ऑपरेशन बहुत ही जटिल था. कान के अंदर से मांस निकल रहा था. कान के पीछे की हड्डी को निकालकर कैनाल प्लास्टी कार्टेज की हड्डी बनाकर फिट कर दी है. सिर से डीप टेंपोरल फेशिया निकालकर उसका पर्दा बनाकर डिपॉजिट कर दिया गया है. इस पूरी प्रक्रिया को एमआरएम कहते हैं.
-डॉ. मेवालाल, सीएमएस जिला अस्पताल