उन्नाव: कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जिला प्रशासन और व्यापार मंडल ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. व्यापार मंडल की संयुक्त बैठक में 24 से 26 मार्च तक सभी दुकानें बंद करने का निर्णय लिया गया है. इन तीन दिनों में सिर्फ आकस्मिक सेवाएं और जरूरी वस्तुओं की दुकानें ही खुली रहेंगी.
22 मार्च को लाॅकडाउन के बाद दूसरे दिन बाजारों में उमड़ी भीड़ के मद्देनजर ये फैसला जनहित में लिया गया है. सोमवार की शाम पन्नालाल सभागार में अपर जिला अधिकारी राकेश सिंह की अध्यक्षता में प्रेसवार्ता आयोजित की गई. वार्ता के दौरान एडीएम ने बताया कि व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजनीकांत श्रीवास्तव के आह्वान पर सभी व्यापारिक संगठनों से बातचीत की गई है.
लॉकडाउन के बाद उमड़ी भीड़
सोमवार की शाम बाजारों में उमड़ी भीड़ से कोरोना का खतरा बना हुआ है. बैठक में मौजूद रजनीकांत श्रीवास्तव ने बताया कि सभी व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से बात की गई है. 24 मार्च (मंगलवार) से 26 मार्च (गुरुवार) तक जिले की सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. रविवार को जनता कर्फ्यू के बाद बाजारों में काफी संख्या में लोग घरों से बाहर निकले, जिससे बाजारों में काफी संख्या में भीड़ रही.
जिला प्रशासन ने अपील की है कि शासन के आदेश पर नवरात्र में मंदिरों में न जाएं. घरों में रहकर लोग पूजा-अर्चना करें. माना जा रहा है कोरोना से लड़ने में नवरात्रि सबसे बड़ी चुनौती के रूप में जिला प्रशासन के सामने है. एडीएम ने बताया कि आकस्मिक सेवाएं के रूप में मेडिकल स्टोर, दूध, फल और सब्जी की दुकानें खुली रहेंगी. इन पर बंदी का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्यापारी वर्ग के लोगों ने स्वयं घोषणा किया है कि आने वाले तीन दिन स्वयं वे लोग अपनी-अपनी दुकानें बंद रखेंगे. आने वाली तीन दिन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसके लिए व्यापारी वर्ग के लिए कटिबद्ध हैं.
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