उन्नाव: जिले में प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कोरोना वायरस के बचाव और उनकी रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों द्वारा कार्य किया जा रहा है. इन्हीं कार्यों की जमीनी हकीकत जानने के लिए जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने फतेहपुर चैरासी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कोविड हेल्प डेस्क को निर्धारित स्थान पर न लगाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण में दीवारों पर गन्दगी, डस्टबिन निर्धारित स्थान पर न रखने तथा कोल्ड चेन में मानक के अनुरूप व्यवस्था न होने , ओपीडी में रोगियों की संख्या कम अंकित होने पर नाराजगी व्यक्त की.
जिलाधिकारी ने उपस्थित चिकित्सा प्रभारी डा. प्रेम चन्द्र से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था सही की जाये, जो भी रोगी/ तीमारदार अस्पताल आएं कोरोना वायरस को दृष्टिगत रखते हुए उनकी थर्मल जांच अवश्य की जाये. जिलाधिकारी के उपस्थिति रजिस्टर को चेक करने के दौरान कर्मचारी रामनाथ तथा राघवेन्द्र वर्मा अनुपस्थित पाये जाने पर बताया गया कि यह कर्मचारी अपनी मर्जी के अनुसार आते जाते हैं. जिलाधिकारी ने इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये. अस्पताल परिसर में पानी की समस्या को तत्काल हल कराने का आश्वासन जिलाधिकारी द्वारा दिया गया. जिलाधिकारी ने कहा कि तुरंत सम्बन्धित ठेकेदार को बुलाकर पानी की व्यवस्था करायी जाये.
जिलाधिकारी द्वारा फतेहपुर चैरासी ब्लाक का भी निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान खण्ड विकास अधिकारी रूक्मिणी वर्मा ने बताया कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को बृहद स्तर पर लागू कराये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं. जिलाधिकारी ने ब्लाक कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसर में गन्दगी को देखकर नाराजगी व्यक्त की. जिलाधिकारी ने तकनीकी सहायक से तालाबों के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए कहा कि बरसात के पहले तालाबों को ठीक करा लिया जाये. लेखाकार के बारे में जानकारी लेते हुए उनके द्वारा सम्पादित किये जा रहे कार्यों के बारे में खण्ड विकास अधिकारी से पूछताछ की.
जिलाधिकारी ने कान्हा गोशाला ऊगू का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मानक के अनुरूप निर्माण आदि न पाये जाने पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठन करने के निर्देश दिये, जिसमें लोक निर्माण विभाग , उपजिलाधिकारी तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी गोशाला ऊगू का निर्माण एवं मानक आदि की जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रस्तुत करेंगें.