उन्नाव: दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का शनिवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वहीं उनके निधन की खबर मिलते ही उनकी ससुराल उन्नाव में शोक की लहर दौड़ गई. सिविल लाइंस इलाके में रहने वाले उनके भतीजे गौतम दीक्षित को जैसे ही निधन की खबर मिली उनके पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए गौतम दीक्षित ने जहां शीला दीक्षित की यादों से जुड़े हुए पहलुओं के बारे में बताया, वहीं अपना दर्द भी बयां किया.
शुरू से रहा राजनीति की तरफ झुकाव:
- साल 1961 में शीला दीक्षित का विवाह उन्नाव के ऊगु गांव के रहने वाले आईएएस विनोद दीक्षित से हुआ था.
- शुरू से ही शीला दीक्षित का जुड़ाव लोगों से रहा और राजनीति में दिलचस्पी भी रही.
- उनका राजनीतिक सफर 1984 से शुरू हुआ.
- उन्होंने कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीतकर भारत सरकार में राज्य मंत्री बनीं.
- शीला के राजनीतिक करियर में उस समय ब्रेक लगा जब 1989 में उन्नाव से सांसद का चुनाव लड़ने पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
- हार के बाद उन्नाव से राजनीतिक नाता तोड़कर शीला दीक्षित ने दिल्ली की ओर कूच किया.
- शीला दीक्षित तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री भी बनीं.