उन्नाव: कोरोना के BF.7 वैरिएंट संक्रमण के हाई अलर्ट के बीच उन्नाव में कोविशील्ड और कोवैक्सीन कंपनी की वैक्सीन का स्टॉक खत्म (Covishield and Covaxin vaccine stocks in Unnao) हो गया है. गुरुवार को बूस्टर डोज और वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे लोगों को जिला अस्पताल व शुक्लागंज पीएचसी (District Hospital and Shuklaganj PHC Unnao) से मायूस होकर लौटना पड़ा. शुक्लागंज पीएचसी में डॉक्टरों ने वैक्सीन न होने का नोटिस चस्पा रखा है. वहीं, बुधवार को जिला अस्पताल के वैक्सीन केंद्र में डॉक्टरों के गायब रहने के कारण वैक्सीन की खुराक लेने पहुंचे लोग भड़क उठे.
बता दें कि उन्नाव में कोविशील्ड वैक्सीन का स्टॉक खत्म होने से अफरा तफरी का माहैल बना रहा. उधर, सीएमओ ने को-वैक्सीन होने का दावा किया है. वहीं, जिला प्रशासन को 20 हजार कोविशील्ड वैक्सीन डोज की डिमांड की बात कही है.
बता दें कि सरकार ने बीएफ 7 कोविड संक्रमण के खतरे को लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं और वैक्सीनेशन को अलर्ट पर रखा है. कोविड के नए वेरिएंट BF- 7 की लहर की आशंका के बाद वैक्सीनेशन को लेकर लोग एक बार फिर सजग हो गए हैं और वैक्सीन लगवाने के लिए जिला अस्पताल और पीएचसी PHC में बनाये गए कोविड बूथों पर पहुंच रहे हैं. मगर उन्नाव में बुधवार को जो हकीकत देखने को मिली, उससे उन्नाव के स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
बता दें कि उन्नाव में करीब एक महीने से कोविशील्ड वैक्सीन का स्टॉक ही नहीं है. वहीं, बुधवार को पीएचसी शुक्लागंज में कोविड 19 की कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के बकायदा नोटिस लगाकर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गायब हो गए, जिससे कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे लोग मायूस होकर घर वापस लौटने को मजबूर रहे. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से कोविशील्ड वैक्सीन का स्टॉक का टोटा हो गया है. उन्नाव सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि जिला अस्पताल व अन्य बूथों पर कोवैक्सीन का टीकाकरण किया जा रहा है. 20 हजार कोविशील्ड वैक्सीन की डिमांड की गई है.
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