उन्नावः जिले में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. उन्नाव के सफीपुर उपखंड में स्थित तकिया पावर हाउस के अंतर्गत आने वाले अतर धनी गांव में खेत पर काम करने गए दंपति की बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई. ग्रामीणों की मानें तो बिजली विभाग को इसके पहले कई प्रार्थना पत्र दिए जा चुके हैं कि यहां पर जर्जर लाइन होने की वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं, लेकिन बिजली विभाग नहीं चेता और दो लोगों की मौत हो गई.
बता दें उन्नाव के फतेहपुर 84 थाना क्षेत्र के अंतर्गत टांडा मीता के अतरधनी गांव के रहने वाले राम कुमार और उनकी पत्नी कमला सुबह खेत पर काम कर रहे थे. तभी खेत में लगे खंभे में करंट उतरने से दोनों उसकी चपेट में आ गए, जिससे दोनों की मौत हो गई. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि इस खंभे में पहले भी करंट उतर चुका है. जिसकी सूचना उन्होंने बिजली विभाग को दी थी, लेकिन बिजली विभाग को कुम्भकर्णी नींद में सोता रहा और खंभे में उतरती करंट को नहीं सही कराया.
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ग्रामीणों ने बताया कि इसके पहले इसी लाइन में करंट उतरने से एक नीलगाय की मौत हो गई थी. वहीं बिजली विभाग की लापरवाही के चलते दंपति की मौत के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर उग्र है. वहीं मौके पर सूचना मिलते ही सीओ बांगरमऊ और कई थानों की फोर्स पहुंच गई है. पुलिस ग्रामीणों और परिजनों को समझाने का प्रयास कर रही है, लेकिन ग्रामीण और परिजन मानने को तैयार नहीं है. वहीं बिजली विभाग का कोई भी अधिकारी अभी तक घटनास्थल पर नहीं पहुंचा है.
मृतक के भाई ने बताया कि लाइन पिछले 20 साल से खराब है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. ग्राम प्रधान अब्दुल ने बताया कि वह कई बार बिजली विभाग को प्रार्थना पत्र दे चुके हैं कि इस लाइन को दुरुस्त कराया जाए, लेकिन बिजली विभाग उनकी कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं है. उन्होंने कि जो दोषी बिजली विभाग के अधिकारी हैं. उन पर 302 का मुकदमा दर्ज कर जो मृतक है उनके परिजनों को न्याय दिलाया जाए.
अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने उच्च अधिकारियों को मौके पर भेजा है. जिला मजिस्ट्रेट को इस संबंध में जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा. उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.