उन्नाव: बीजेपी सांसद साक्षी महाराज अपने बयान से पलट गए हैं. उन्होंने शनिवार को एक कार्यक्रम में सुभाष चन्द्र बोस की हत्या कराने का आरोप कांग्रेस पर लगाया था. वह रविवार को बैकफुट पर नजर आए. एक कार्यक्रम में उन्होंने इस बयान को निजी बताया है और इसे पार्टी से नहीं जोड़ने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि उनका बयान मिथ्या भी हो सकता है, लेकिन नेता जी की मौत की जांच होनी चाहिए थी.
साक्षी का विवादित बयान
उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज विवादित बयानबाजी को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. 4 दिन पहले ओवैसी को सूअर कहा था. इस पर उनकी काफी किरकिरी हुई थी. शनिवार को नेता जी की 125वीं जयंती पर औरास उटरा डकौली गांव में आयोजित कार्यक्रम में सांसद साक्षी महाराज भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर नेता जी की हत्या का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नेता जी को समय से पहले मौत के गाल में भेज दिया था. उनकी लोकप्रियता के आगे पंडित नेहरू कहीं ठहरते नहीं थे. महात्मा गांधी भी कहीं नहीं ठहरते थे.
बयान से पलटे साक्षी
रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में साक्षी महाराज अपने बयान से मुकर गए. कांग्रेस पर लगाए आरोप पर उन्होंने कहा कि देश को आजादी दिलाने में सुभाष चंद्र बोस की बहुत बड़ी भूमिका थी. उनका नारा था तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा. उन्होंने कहा कि कल मैंने प्रयास किया कि नेता जी की मौत आज भी रहस्य क्यों बनी है? पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कोई जांच क्यों नहीं बिठाई, कोई पर्दाफाश क्यों नहीं हुआ.
कहा कि पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत हो या लालबहादुर शास्त्री की मौत हो या फिर नेता जी की मौत हो, इन घटनाओं से पर्दा उठाना जरूरी है. सांसद ने कहा कि मैंने कयास लगाया कि कांग्रेस ने नेता जी की हत्या कराई है, लेकिन मेरा बयान मिथ्या भी हो सकता है. इसे पार्टी से जोड़कर नहीं देखा जाए.