झांसीः जिले में शुक्रवार को भगवान गणेश की मूर्ति के विसर्जन के दौरान बेतवा नदी में 5 बच्चे डूबने लगे. इससे वहां पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया. मौके पर मौजूद युवकों ने नदी में छलांग लगाकर 3 बच्चों को सकुशल नदी से बाहर निकाल लिया. लेकिन दो बच्चों की मौत हो गई.
झांसी में के खुशीपुरा के टीचर्स कॉलोनी में गणेश जी की प्रतिमा सजी हुई थी. शुक्रवार को विसर्जन होना था. शाम को लोग नाचते-गाते हुए प्रतिमा को लेकर बेतवा नदी के नौटघाट पुल पर विसर्जन के लिए पहुंचे. पूजा अर्चना के बाद करीब 20 लोग नदी में उतरे. विसर्जन के दौरान कई लोग प्रतिमा के साथ नदी में थोड़ी गहराई में चले गए. यहां जैसे ही गणेश प्रतिमा का विसर्जन हुआ तो गहराई होने की वजह से 5 लोग डूबने लगे और चीख-पुकार मच गई.
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इस दौरान जिन लोगों को तैरना आता था, वे नदी में कूदे और तीन बच्चों को बचा लिया गया. लेकिन, खुशीपुरा के झंडा चौराहा निवासी धर्मेंद्र रामपुरी का 17 साल का बेटा हर्ष और उसके पड़ोस में रहने वाला बल्ली डूब गया. कुछ देर बाद नदी से बल्ली और हर्ष के शव निकाल लिये गये.
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, सभी मूर्ति को पकड़े हुए थे. इनको गहराई का अंदाजा नहीं लगा. जैसे ही गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया, तो पता चला कि वह लोग काफी गहराई में जा चुके थे और जिनमें 5 बच्चे डूबने लगे. जिनको थोड़ा बहुत तैरना आता था, वह किसी तरह नदी से बाहर आ गए लेकिन जिनको तैरना नहीं आता था वो सभी डूबने लगे. डूब रहे 5 बच्चों में से किसी तरह तीन बच्चों को सकुशल वापस निकाल लिया गया, जबकि 2 की डूबने से मौत हो गई.
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