लखनऊ: बेरोजगारी के इस दौर में रोजगार के लिए भटकने वालों के लिए अच्छी खबर है. परिवहन विभाग हाईस्कूल पास व्यक्तियों को रोजगार मुहैया कराएगा. परिवहन विभाग की प्रदेश में 600 से अधिक प्रदूषण जांच केंद्र खोलने की योजना है. प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए हाईस्कूल पास कोई भी व्यक्ति ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के पोर्टल पर आवेदन कर सकता है.
1,000 से ज्यादा लोगों को मिल सकता है रोजगार
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग इस साल उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों की तहसीलों पर 600 से ज्यादा प्रदूषण जांच केंद्र खोलने की योजना बना रहा है. इससे तकरीबन 1,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है. अभी तक गैराज या फिर पेट्रोल पंपों पर ही वाहनों की जांच करने के बाद प्रदूषण प्रमाण पत्र जारी किया जाता था, लेकिन अब तहसील स्तर पर प्रदूषण केंद्र खोलकर यहां से भी वाहनों का प्रदूषण जांचा जा सकेगा. प्रदूषण जांच केंद्र के लिए हाईस्कूल पास व्यक्ति आवेदन कर सकता है. इसके अलावा एनजीओ, फर्म, ट्रस्ट, पब्लिक कंपनी और पार्टनरशिप से जुड़े लोगों को भी परिवहन विभाग यह मौका दे रहा है. प्रदूषण जांच केंद्र शर्तों के मुताबिक ही मिलेंगे. इसके बाद इन जांच केंद्रों पर प्रमाण पत्र जारी किए जा सकेंगे.
खोले जा सकते हैं सचल वाहन प्रदूषण केंद्र
परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि अगर कोई व्यक्ति सचल प्रदूषण जांच केंद्र खोलना चाहता है तो उसके पास अपना वाहन होना अनिवार्य है. वाहन में प्रदूषण जांच के पूरे उपकरण फिट होने चाहिए. जांच का अधिकार मिलने के बाद सचल वाहन से गांव की बाजार, ब्लॉक, तहसीलों और थाना क्षेत्र पर भी वाहनों के प्रदूषण की जांच की जा सकेगी और उन्हें प्रमाण पत्र भी जारी करने का अधिकार प्राप्त होगा.