आगरा: इस समय पूरे उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन का टोटा है. ऐसे में अधिकारियों से कोरोना मरीजों की मदद की उम्मीद की जा रही है. लेकिन मदद करना तो दूर ताजनगरी आगरा में अधिकारी ही मरीजों की जान की आफत बन गए हैं. ताजा मामला शहर के कालिंदी विहार स्थित निजी को कोविड सेंटर चौहान हॉस्पिटल एंड आई केयर सेंटर का है. चौहान हॉस्पिटल एंड आई केयर सेंटर ने तहसीलदार प्रीति जैन पर 15 ऑक्सीजन सिलेंडर छीनने का आरोप लगाया है. इसके विरोध में अस्पताल प्रबंधन ने सीएमओ को पत्र लिखा और कोविड सेंटर बंद करने की अनुमति मांगी है.
जानें पूरा मामला
आगरा जनपद में रविवार शाम तक ऑक्सीजन का कैप्सूल आया. सोमवार को शहर के कालिंदी बिहार स्थित निजी कोविड सेंटर चौहान हॉस्पिटल एंड आई केयर सेंटर के प्रबंधन ऑक्सीजन लेने ऑक्सीजन प्लांट पर गए. आरोप है कि वहां तहसीलदार प्रीति जैन ने 15 ऑक्सीजन सिलेंडर छीन लिए. बता दें कि जिले में ऑक्सीजन न होने की वजह से 2 दिन तक इसकी किल्लत रही. इससे परेशान होकर चौहान हॉस्पिटल एंड केयर के सेंटर प्रबंधन ने सीएमओ को पत्र लिखकर कोविड सेंटर बंद कराने की मांग की.
उन्होंने लिखा कि अस्पताल में 30 सिलेंडर लगे हुए थे, जिसमें से तहसीलदार प्रीति जैन ने उनसे ऑक्सीजन के 15 भरे सिलेंडर छीन लिए. प्रीति जैन हर रोज ऑक्सीजन की सप्लाई को बाधित करती हैं. रोज-रोज की मानसिक प्रताड़ना से प्रताड़ित होकर हम कोविड सेंटर बंद करने की मांग करते हैं.
तीमारदार जोड़ते रहे हाथ
दूसरा मामला टेढ़ी बगिया स्थित ऑक्सीजन प्लांट का है. यहां से खाली सिलेंडर घर के लिए भरवाकर ले जा रहे तीमारदारों से सिलेंडर छीनने का भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. एसडीएम प्रियंका सिंह के आगे तीमारदार हाथ जोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं और एसडीएम प्रियंका सिंह तीमारदारों को बाहर निकालने की बात कर रही हैं.
रविवार शाम 32 टन ऑक्सीजन पहुंची
आगरा में रविवार तक 32 टन ऑक्सीजन जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह द्वारा उपलब्ध कराई गई. रुड़की से 16 टन व एसएन के लिए मोदीनगर से 16 टन ऑक्सीजन आई. इस तरह जिले में 32 टन लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति हुई.
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