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प्रभारी अधिकारी ने किया लखनऊ के अस्पतालों का निरीक्षण, कई जगह खाली मिले बेड

यूपी की राजधानी लखनऊ में कोविड-19 की प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने कई अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान खाली बेडों की संख्या जानने की कोशिश की. इस दौरान टीएस मिश्रा अस्पताल में उन्हें ऑक्सीजन, आईसीयू में बेड, वेंटिलेटर भी खाली मिला.

प्रभारी अधिकारी ने किया लखनऊ के अस्पतालों का निरीक्षण
प्रभारी अधिकारी ने किया लखनऊ के अस्पतालों का निरीक्षण
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Published : May 1, 2021, 3:51 PM IST

लखनऊ : कोविड-19 की प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने शुक्रवार देर शाम राजधानी के कई अस्पतालों का निरीक्षण किया. इस दौरान कई अस्पतालों में बेड खाली पाए गए. टीएस मिश्रा अस्पताल में उन्हें ऑक्सीजन की उपलब्धता भी मिली. बेड भी खाली मिला. आईसीयू में वेंटिलेटर भी खाली था लेकिन यहां मरीजों की भर्ती नहीं हो रही थी.

ऑक्सीजन भी है, बेड भी और आईसीयू भी खाली

प्रभारी अधिकारी द्वारा सरोजनीनगर स्थित टी.एस. मिश्रा हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया. उन्होंने कंट्रोल रूम में जाकर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से कोविड वार्ड का निरीक्षण किया. निरीक्षण में हॉस्पिटल के अधिकांश बेड खाली पाए गए. संज्ञान में आया कि हॉस्पिटल द्वारा अभी तक डी.एस.ओ. लॉगिन पर भी बेड की स्थिति का विवरण दर्ज नहीं कराया जा रहा है. हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि उनके पास कुल 241 एच.डी.यू बेड और 28 आई.सी.यू बेड हैं जिनमें 162 एच.डी.यू बेड और 10 आई.सी.यू बेड वर्तमान में खाली हैं.

इसे भी पढ़ें- सीएम योगी की शानदार पहल, कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड

500 बेडों की है क्षमता

यहां बताया गया कि अस्पताल में कुल 500 बेडों की व्यवस्था है. हॉस्पिटल को 3 बार में लगभग 20 टन ऑक्सीजन की सप्लाई कराई जा चुकी है. यहां वर्तमान में ज़्यादा लोग भर्ती भी नहीं हैं. प्रभारी अधिकारी ने यहां ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया. हॉस्पिटल के अधिकांश बेड रिक्त हैं. इस स्थिति में हॉस्पिटल को दी गई ऑक्सीजन का उपयोग कहां किया गया, इसका विवरण प्रस्तुत करने को कहा गया है. हॉस्पिटल द्वारा इस संबंध में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया.

होगी ऑक्सीजन की ऑडिट

प्रभारी अधिकारी ने हॉस्पिटल में एक एनेस्थेटिक और सर्जिकल स्टाफ की टीम से ऑक्सीजन ऑडिट कराने के निर्देश दिए. साथ ही तहसीलदार सरोजनीनगर को निर्देशित किया कि ऑक्सीजन के टैंकर के साथ एक स्टेटिक टीम भी लगाई जाए. इस दौरान कितनी सप्लाई हॉस्पिटल को दी जा रही है, उसकी लॉग बुक मेंटेन कराने के भी निर्देश दिए. निरीक्षण में उप जिलाधिकारी सरोजनीनगर संतोष कुमार, तहसीलदार उमेश सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

मेदांता में सही मिला विवरण

प्रभारी अधिकारी ने शनिवार को मेदांता हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया. वहां, उन्होंने हॉस्पिटल के कंट्रोल रूम और हॉस्पिटल के पोर्टल का निरीक्षण किया. हॉस्पिटल द्वारा डी.एस.ओ पोर्टल पर प्रतिदिन उपलब्ध/भरे हुए बेड का सही विवरण दर्ज पाया गया. हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि उनके पास कोविड रोगियों के उपचार के लिए कुल 170 बेड हैं. इनमें 60 आई.सी.यू. बेड और 110 ऑक्सीजनयुक्त आइसोलेशन बेड हैं. वर्तमान में सभी बेड भरे हुए पाए गए.

मेदांता में और बढ़ेंगे बेड

हॉस्पिटल ने बताया कि मैनपावर की कमी की वजह से कुछ बेड कार्यशील नहीं है. इसके लिए प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि मैनपावर की व्यवस्था करते हुए बेड की संख्या को बढ़ाया जाए. हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि स्टाफ का रिक्रूटमेंट किया जा रहा है. जल्द ही 20 आई.सी.यू बेड और 30 L-2 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाएगी.

लखनऊ : कोविड-19 की प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने शुक्रवार देर शाम राजधानी के कई अस्पतालों का निरीक्षण किया. इस दौरान कई अस्पतालों में बेड खाली पाए गए. टीएस मिश्रा अस्पताल में उन्हें ऑक्सीजन की उपलब्धता भी मिली. बेड भी खाली मिला. आईसीयू में वेंटिलेटर भी खाली था लेकिन यहां मरीजों की भर्ती नहीं हो रही थी.

ऑक्सीजन भी है, बेड भी और आईसीयू भी खाली

प्रभारी अधिकारी द्वारा सरोजनीनगर स्थित टी.एस. मिश्रा हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया. उन्होंने कंट्रोल रूम में जाकर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से कोविड वार्ड का निरीक्षण किया. निरीक्षण में हॉस्पिटल के अधिकांश बेड खाली पाए गए. संज्ञान में आया कि हॉस्पिटल द्वारा अभी तक डी.एस.ओ. लॉगिन पर भी बेड की स्थिति का विवरण दर्ज नहीं कराया जा रहा है. हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि उनके पास कुल 241 एच.डी.यू बेड और 28 आई.सी.यू बेड हैं जिनमें 162 एच.डी.यू बेड और 10 आई.सी.यू बेड वर्तमान में खाली हैं.

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500 बेडों की है क्षमता

यहां बताया गया कि अस्पताल में कुल 500 बेडों की व्यवस्था है. हॉस्पिटल को 3 बार में लगभग 20 टन ऑक्सीजन की सप्लाई कराई जा चुकी है. यहां वर्तमान में ज़्यादा लोग भर्ती भी नहीं हैं. प्रभारी अधिकारी ने यहां ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया. हॉस्पिटल के अधिकांश बेड रिक्त हैं. इस स्थिति में हॉस्पिटल को दी गई ऑक्सीजन का उपयोग कहां किया गया, इसका विवरण प्रस्तुत करने को कहा गया है. हॉस्पिटल द्वारा इस संबंध में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया.

होगी ऑक्सीजन की ऑडिट

प्रभारी अधिकारी ने हॉस्पिटल में एक एनेस्थेटिक और सर्जिकल स्टाफ की टीम से ऑक्सीजन ऑडिट कराने के निर्देश दिए. साथ ही तहसीलदार सरोजनीनगर को निर्देशित किया कि ऑक्सीजन के टैंकर के साथ एक स्टेटिक टीम भी लगाई जाए. इस दौरान कितनी सप्लाई हॉस्पिटल को दी जा रही है, उसकी लॉग बुक मेंटेन कराने के भी निर्देश दिए. निरीक्षण में उप जिलाधिकारी सरोजनीनगर संतोष कुमार, तहसीलदार उमेश सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

मेदांता में सही मिला विवरण

प्रभारी अधिकारी ने शनिवार को मेदांता हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया. वहां, उन्होंने हॉस्पिटल के कंट्रोल रूम और हॉस्पिटल के पोर्टल का निरीक्षण किया. हॉस्पिटल द्वारा डी.एस.ओ पोर्टल पर प्रतिदिन उपलब्ध/भरे हुए बेड का सही विवरण दर्ज पाया गया. हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि उनके पास कोविड रोगियों के उपचार के लिए कुल 170 बेड हैं. इनमें 60 आई.सी.यू. बेड और 110 ऑक्सीजनयुक्त आइसोलेशन बेड हैं. वर्तमान में सभी बेड भरे हुए पाए गए.

मेदांता में और बढ़ेंगे बेड

हॉस्पिटल ने बताया कि मैनपावर की कमी की वजह से कुछ बेड कार्यशील नहीं है. इसके लिए प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि मैनपावर की व्यवस्था करते हुए बेड की संख्या को बढ़ाया जाए. हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि स्टाफ का रिक्रूटमेंट किया जा रहा है. जल्द ही 20 आई.सी.यू बेड और 30 L-2 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाएगी.

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