मऊ: जिले में पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के खिलाफ गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर कांग्रेसियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. ठेले पर बाइकों को रखकर हाथों में पोस्टर लिए कलेक्ट्रेट के अंदर आकर ज्ञापन देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने अंदर जाने से मना कर दिया. दरअसल कोरोना की वजह से जिले में धारा 144 लागू है.
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया गया. इस दौरान पुलिस से कांग्रेस के नेताओं के साथ हल्की बहसबाजी भी हुई, लेकिन बाद में सभी कलेक्ट्रेट गेट के बाहर से ही वापस चले गए. बिना परमिशन इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर पुलिस ने सभी की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई है. फोटो और वीडियो के आधार पर धारा 144 और कोरोना महामारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने को लेकर मुकदमा दर्ज करने की बात भी पुलिस ने कही है.
प्रदेश भर में कांग्रेस द्वारा पेट्रोल- डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. जिले में भी जिलाध्यक्ष की मौजूदगी में कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन हुआ. इस दौरान कांग्रेसियों ने धारा 144 और सोशल डिस्टेंस का भी पालन नहीं किया. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने खुद कार्यकर्ताओं द्वारा इसके उल्लंघन की बात भी कही है. हालांकि कार्यक्रम कि जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कांग्रेसियों को कलेक्ट्रेट परिसर के अन्दर जाने से रोक दिया. साथ ही पुलिस द्वारा पूरे प्रदर्शन की वीडियो भी बनवाई गई है.
एसपी ने बताया कि जिले में धारा 144 लागू है और साथ ही कोरोना महामारी को लेकर भी उसके नियम जनपद में लागू है. बिना परमिशन के इन लोगों द्वारा ये विरोध प्रदर्शन किया गया है. वीडियो के आधार पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करके इन पर कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि 'बस राजनीति' के दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ आगरा-राजस्थान बॉर्डर पर प्रदर्शन किया गया था, जिसको लेकर पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. इस दौरान अजय कुमार लल्लू जेल भी गए, जिसको लेकर प्रदेश में तमाम दिनों तक सियासी घमासान जारी रहा.