मथुरा: जिला कांग्रेस और एनएसयूआई ने डीजल-पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को लेकर संयुक्त रूप से विरोध जताया. पिछले 15 दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में केंद्र सरकार द्वारा बढ़ोतरी की जा रही है, जिसको लेकर कांग्रेसियों ने मोटरसाइकिल को पैदल खींचकर विरोध प्रकट किया.
इस समय बढ़े हुए पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल अपने अपने तरीके से विरोध दर्ज करा रहे हैं. इसी क्रम में कांग्रेस और एनएसयूआई ने भी संयुक्त रूप से अपना विरोध जताया. इस दौरान कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता पैदल रिक्शा गाड़ी और मोटरसाइकिल खींचते हुए नजर आए.
कांग्रेसी नेताओं ने बताया कि पेट्रोल-डीजल में हुई मूल्य वृद्धि के कारण माल भाड़े में प्रतियोगी और डीजल की कारों का उत्पादन प्रभावित होगा. सरकार की इस नीति से एक तरफ तो माल वाहनों की वृद्धि से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि होगी. वहीं दूसरी ओर कार निर्माता कंपनियां जो कि डीजल की कारों का निर्माण करती हैं, उनका उत्पादन भी काफी घट जाएगा, जिसके चलते वे कंपनियां कामगारों की छटनी करने लगेंगी. वहीं बाकी सारी वस्तुओं की कीमतों में भी भारी वृद्धि हो जाएगी.
कांग्रेस का कहना है कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के फल स्वरुप आम नागरिकों को पिसना पड़ेगा. केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्यों में भारी कमी की थी. तब उत्पादन शुल्क में भारी बढ़ोतरी की थी और राज्य सरकारों ने वैट की दरों को बढ़ाया था. अब जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं, तब वह पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी कर रही है. सरकार इन पदार्थों के मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए कुछ भी नहीं कर रही है. पहले उसने अपना खजाना भरा और अब तेल कंपनी अपना खजाना भर रही हैं और देश की जनता मुंह बंद कर सरकार और तेल कंपनियों के खेल में पिस रही है. पहले लॉकडाउन में लोगों का जीना मुहाल हो गया और अब महंगाई से लोगों का जीना मुश्किल होगा. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की नीतियों के चलते लोग भुखमरी की कगार तक पहुंच रहे हैं.