लखनऊ: राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश सरकार कोरोना को काबू कर पाने में बिल्कुल विफल साबित हो रही है. ऐसे में अब सरकार के पास लॉकडाउन ही एकमात्र सहारा है. पहले सरकार ने प्रदेश में शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह 7 बजे तक लॉकडाउन लगाया और इसके बाद गुरुवार सुबह तक इसकी अवधि बढ़ा दी. लगातार लॉकडाउन बढ़ने से कैब और टैक्सी चालकों की हालत खराब होती जा रही है. टैक्सी कैब ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके पांडेय ने लखनऊ के जिलाधिकारी से लॉकडाउन के दौरान कैब और टैक्सी संचालन की अनुमति मांगी है.
चरमरा गई है गृहस्थी
एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके पांडेय ने बताया कि चालकों के सामने लॉकडाउन के कारण रोजी-रोटी की बड़ी समस्या पैदा हो गई है. जब रोज टैक्सी चलती थी तभी उनका परिवार चलता था, लेकिन लॉकडाउन लगातार बढ़ते जाने से उनकी गृहस्थी चरमरा गई है. उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश से लॉकडाउन के दौरान कैब संचालन की अनुमति मांगी है. इसकी एक वजह यह भी बताई है कि अस्पताल जाने के लिए लोग कैब का काफी इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें यह सुविधा मिलनी ही चाहिए, नहीं तो सही समय पर मरीज अस्पताल नहीं पहुंच पाएंगे और उनकी जान भी जा सकती है. ऐसे में कैब के संचालन की अनुमति मिलनी ही चाहिए. डीएम को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा.
टैक्स और पेनाल्टी में परिवहन विभाग नहीं दे रहा छूट
एसोसिएशन अध्यक्ष आरके पांडेय ने यह भी तर्क दिया है कि लॉकडाउन में जब कैब और टैक्सी चल ही नहीं रही है, ऐसे में परिवहन विभाग को टैक्स और पेनाल्टी में छूट देना चाहिए. लेकिन, ऐसा बिल्कुल भी नहीं हो रहा है. लगातार टैक्स जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है. सही समय पर टैक्स जमा न करने पर पेनाल्टी लगाई जा रही है. यह बिल्कुल सही नहीं है. कम से कम इसमें तो परिवहन विभाग को छूट देनी चाहिए. आखिर कैब चालक पैसा कहां से लाएंगे.
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