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मरीज की मौत के 15 दिन बाद परिजनों को दी थी जानकारी, जाने फिर क्या हुआ.. - After death of corona patient relatives were not given information

यूपी के मेरठ में एक कोरोना मरीज की मौत के 15 दिन बाद उसके परिजनों को इस बात की जानकारी देने के आरोप में मेडिकल प्रशासन ने कार्रवाई की है. प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने दो सीनियर डॉक्टरों की वेतन वृद्धि रोकते हुए उन्हें चेतावनी पत्र जारी किया है.

प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार
प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार
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Published : May 13, 2021, 7:30 PM IST

Updated : May 13, 2021, 8:49 PM IST

मेरठ : जिले के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीज संतोष कुमार की मौत को छुपाने के मामले में मेडिकल प्रशासन की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है.

प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने दो सीनियर डॉक्टरों की वेतन वृद्धि रोकते हुए उन्हें चेतावनी पत्र भी जारी कर दिया है. साथ ही एक संविदा जूनियर डॉक्टर का वेतन भी काटा गया है. इसके अलावा 3 स्टाफ नर्स का प्रमोशन रोक दिया गया है. यही नहीं, डॉक्टर और नर्स पर कठोर कार्रवाई के लिए डीजी हेल्थ को चिट्ठी भेजी गई है.

इसे भी पढ़ें- मानवता शर्मसार: अस्पताल में भर्ती 92 वर्षीय बुजुर्ग को बेड़ियों से बांधा

जानें पूरा मामला

दरअसल, बरेली के आशुतोष सिटी निवासी संतोष कुमार 21 अप्रैल को संक्रमित होने पर मेरठ मेडिकल के कोविड वार्ड में भर्ती हुए थे. 22 अप्रैल को उनकी मौत हो गई.

संतोष के परिजनों को करीब 15 दिन बाद उनकी मौत की जानकारी दी गई. इस संबंध में प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने तीन सदस्यीय कमेटी से इस प्रकरण की जांच कराई. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट बुधवार को प्राचार्य को सौंप दी. बुधवार को मेरठ दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी डीएम मेरठ को इस प्रकरण में जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया था.

मेरठ : जिले के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीज संतोष कुमार की मौत को छुपाने के मामले में मेडिकल प्रशासन की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है.

प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने दो सीनियर डॉक्टरों की वेतन वृद्धि रोकते हुए उन्हें चेतावनी पत्र भी जारी कर दिया है. साथ ही एक संविदा जूनियर डॉक्टर का वेतन भी काटा गया है. इसके अलावा 3 स्टाफ नर्स का प्रमोशन रोक दिया गया है. यही नहीं, डॉक्टर और नर्स पर कठोर कार्रवाई के लिए डीजी हेल्थ को चिट्ठी भेजी गई है.

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दरअसल, बरेली के आशुतोष सिटी निवासी संतोष कुमार 21 अप्रैल को संक्रमित होने पर मेरठ मेडिकल के कोविड वार्ड में भर्ती हुए थे. 22 अप्रैल को उनकी मौत हो गई.

संतोष के परिजनों को करीब 15 दिन बाद उनकी मौत की जानकारी दी गई. इस संबंध में प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने तीन सदस्यीय कमेटी से इस प्रकरण की जांच कराई. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट बुधवार को प्राचार्य को सौंप दी. बुधवार को मेरठ दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी डीएम मेरठ को इस प्रकरण में जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया था.

Last Updated : May 13, 2021, 8:49 PM IST
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