लखनऊ: उत्तर रेलवे का लखनऊ मंडल ट्रेनों के लिहाज से सबसे व्यस्त मंडल है. यहां से सबसे ज्यादा ट्रेनों का आवागमन होता है. बावजूद इसके ट्रेनों के समय पर संचालन के मामले में उत्तर रेलवे पटरी पर बना हुआ है. जून की बात की जाए तो उत्तर रेलवे की 90 फीसदी ट्रेनें समय पर संचालित हुई हैं. उत्तर रेलवे के अफसरों ने इसके लिए खुशी का इजहार भी किया है. उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी के मुताबिक लखनऊ मंडल में बीते जून माह में गाड़ियों की समय पालनता लगभग 90 फीसदी रही है, जो लखनऊ मंडल के अंतर्गत अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
उत्तर रेलवे सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला बताते हैं कि जून माह में तीन दिन 27, 29 और 30 को लखनऊ मंडल की समय पालनता शत-प्रतिशत रही. मंडल के अंतर्गत चलने वाली सभी गाड़ियों को बिना किसी विलम्ब के निर्धारित समय पर चलाया गया, जो यात्रियों, व्यापारियों के प्रति सुविधा, सुरक्षा और सेवाभावना को दर्शाता है. उनका कहना है कि गाड़ियों का संचालन समय से बनाए रखना
चुनौतीपूर्ण होता है. इसके लिए विभिन्न विभागों के परस्पर सामंजस्य की जरूरत होती है.
लखनऊ मंडल के अधिकारियों और कर्मचारियों ने यह चुनौतीपूर्ण कार्य पूरी तन्मयता से सफलतापूर्वक किया है. हालांकि उत्तर रेलवे भले ही जून माह में 90 फीसद ट्रेनों के समय पर संचालित करने को लेकर दम भर रहा हो, लेकिन यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कि इस समय काफी कम ट्रेनें संचालित हो रही हैं, ट्रैक बिल्कुल भी व्यस्त नहीं हैं, सभी ट्रेनों को सिग्नल मिल रहा है. ऐसे में टाइमिंग कोई खास मायने नहीं रह जाती.
उत्तर रेलवे की इस उपलब्धि पर ये भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि जून माह में रूट काफी कम व्यस्त रहे और ट्रेनें समय पर संचालित हो गई, लेकिन जब लॉकडाउन नहीं था, तब ट्रेनों की समयसारिणी पूरी तरह से बेपटरी थी. इसका ख्याल छोड़कर अब उत्तर रेलवे के अधिकारी इस दौर में भी इसे मंडल की उपलब्धि के रूप में गिना रहे हैं.