सुलतानपुर: जिले में संक्रामक रोगों से बेपरवाह चिकित्सा अधिकारियों पर इस बार वायरल और संक्रमण ने हमला बोला है. वहीं सफाई व्यवस्था भी अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो पा रही है. ऐसे में डायरिया हो या वायरल मरीजों और तीमारदारों को बेहाल कर रहा है. व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने में पहले से सावधानी नहीं बरतने से अफसर भी लाचार दिख रहे हैं.
- सुल्तानपुर जिला अस्पताल में 900 से अधिक बेड संचालित है.
- जिसमें आपातकालीन , मेडिसिन, जनरल, बाल रोग, महिला वार्ड समेत बर्न वार्ड और सर्जरी के वार्ड शामिल हैं.
- जब संक्रमण वायरल और डायरिया का प्रकोप बढ़ता है तो मरीजों को आपातकालीन वार्ड से अन्य वार्डों में भी शिफ्ट किया जाता है.
- इस बार तैयारी करने में चिकित्सा अधिकारी लापरवाह बने रहे नतीजा यह हुआ कि पहली बारिश होते ही संक्रामक रोगों की बाढ़ सी आ गई है.
- जिला अस्पताल के तकरीबन सभी वार्ड भरे हुए हैं, यहां तक कि नवजात बच्चों के वार्ड भी खचाखच हैं.
- चिकित्सा अधिकारी हालांकि व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन असल तस्वीर कुछ और ही है.
डायरिया और संक्रामक रोगों का प्रसार इन दिनों बढ़ा है. वार्ड में कुछ समस्याएं आ रही हैं, लेकिन इसको नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है. लोग 6 से 7 घंटे से पुराना खाना न खाएं, मीट खाने से बचें.
-डॉ बीबी सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक