सुलतानपुर: जिले के कोतवाली देहात थाना अंतर्गत झौहारा गांव में हुई आगजनी और बवाल के मामले में नाराज ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर जमकर हंगामा काटा. ग्रामीणों ने यहां सीओ को ज्ञापन देते हुए मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि मेडिकल के आधार पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने दोनों तरफ से प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
जमीन पर कब्जे को लेकर हुआ था संघर्ष
जिला मुख्यालय से सटे थाना कोतवाली देहात में जमीन पर कब्जे को लेकर दो जाति के लोगों के बीच संघर्ष हुआ था. इसमें एक पक्ष ने अपने छप्पर में आग लगाकर दूसरे पक्ष पर आगजनी का आरोप लगाया था. इस मामले में 11 लोगों की गिरफ्तारी की गई है और दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन कर रही कोतवाली देहात थाना क्षेत्र की अर्चना ने बताया कि वह अपने पिता को छुड़ाने के लिए आई हैं. उन्होंने गांव के बृजेश पांडे और जयप्रकाश पाडेय के बेटे रत्नेश पांडे पर आरोप लगाते हुए बताया कि मेरे पिताजी ड्यूटी से लौट रहे थे. उसी दौरान उन्हें गिरा कर बुरी तरह पीटा गया. आवाज सुनकर वह लोग दौड़कर पहुंची और किसी तरह अपने पिता को छुड़ाकर घर ले गईं. अर्चना ने बताया कि उन्हें धमकी दी गई कि मार कर फेंक दिया जाएगा. इतना ही नहीं अर्चना ने बताया गया कि उन्हें जातिसूचक गालियां दी गईं. अर्चना ने खुद से भी अभद्रता किए जाने की बात कही.
वहीं झौहारा गांव की रामकली का कहना है कि विपक्षी गण मेरे पति को लाठी डंडों से मार रहे थे. इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पक्षपात किए जाने का आरोप लगाया.