सुलतानपुर: जिले में कोलकाता से आने वाला करेला डोर स्टेप डिलीवरी प्लान के धरातल पर फेल होने से कारोबारियों की दुकान से कचरे में पहुंच रहा है. वहीं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला नासिक का प्याज व्यापारियों को खून के आंसू रुला रहा है. इसके दाम आधे से भी अधिक गिरावट पर आ गए हैं.
सरकार ने आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई में कोई बाधा नहीं पहुंचाने की सख्त हिदायत दे रखी है. इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर डोर स्टेप डिलीवरी प्लान बनाए गए हैं, लेकिन यह प्लान अभी तक कागजों से बाहर नहीं आ सके हैं. वितरण व्यवस्था निर्बाध रखने के लिए बड़ी संख्या में पास जारी किए गए हैं.
प्याज कारोबारी संतोष तिवारी ने बताया कि तीस हजार रूपये में प्याज मंगाई गई थी जो कि 8 से 10 रूपये में बिक रही है. व्यापार में जबरदस्त घाटा हो रहा है. ग्राहक नहीं आ रहे हैं. व्यापारी नदीम कहते हैं कि लॉकडाउन से पहले दहशत की स्थिति उत्पन्न हुई थी. इसकी वजह से बड़े पैमाने पर प्याज का स्टॉक मंगा लिया गया,लेकिन अब निकल नहीं रहा है, जिसकी वजह से व्यापारियों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रशासन की तरफ से भी कहा गया था कि आप माल मंगाइए स्टॉक मंगाया गया, लेकिन अब निकलने की समस्या उत्पन्न हो गई है. किसानों का पैसा देने के लिए व्यापारियों के पास धन नहीं है. व्यापारी कर्ज में डूब चुके हैं. इसके लिए सरकार को कुछ प्रयास करना चाहिए.
वहीं करेला व्यापारी जब्बार ने बताया कि 50 हजार का करेला सड़ चुका है. करेला पश्चिम बंगाल से मंगाया गया था जो जौनपुर के रास्ते सुलतानपुर आया था. वहीं मोहम्मद खालिद कहते हैं कि लॉकडाउन की वजह से लोग घरों से नहीं निकल पा रहे हैं. व्यापारी बेहद परेशान हैं. सरकार की मदद की जरूरत है.
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व्यापारी उतना ही सामान मगाएं, जिसकी सप्लाई सामान्य ढंग से हो सके. ग्राहक घरों से नहीं निकल रहे हैं. इसकी वजह से सामान की खपत कम हो गई है.
-हीरालाल यादव,मंडी सचिव