सुलतानपुर: कोविड-19 के संक्रमण से खुद को बचाने के लिए अब नागरिक टीके को बड़ा सहारा मान रहे हैं. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हो या जिला प्रशासन सभी वैक्सीन की उपलब्धता का भरपूर दावा कर रहे हैं, लेकिन धरातल पर असल तस्वीर इन दावों से जुदा है. सुलतानपुर में वैक्सीन लगवाने के लिए बड़ी तादाद में लोग टीकाकरण केंद्र पर एकत्र होते हैं, घंटों इंतजार करते हैं इसके बाद बैरंग लौट आते हैं. कई बार लोगों की केंद्र पर तैनात लोगों से नोकझोंक भी होती है. जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंचती है. इन सबके बीच जिले में किसी तरह टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. ईटीवी भारत ने वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर वहां का निरीक्षण किया और हकीकत जानी.
सुलतानपुर जिले में 30 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं. जिन पर को-वैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही है. कई स्थानों पर नागरिक को-वैक्सीन और कोविशील्ड को लेकर भ्रम की स्थिति में है. जिला महिला अस्पताल में तीन केंद्रों पर को-वैक्सीन लगाई जा रही है. जबकि छय रोग विभाग में एक केंद्र पर कोविशील्ड लगाई जा रही है. जिले के तहसील और ब्लॉकों पर भी लोगों में भ्रम की स्थिति देखी जा रही है.
![टीकाकरण केंद्र पर लगे नोटिस.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-sul-01-vaccine-visual-bite-up10115_29042021181705_2904f_1619700425_272.jpg)
नागरिक बोले स्वास्थ्य कर्मी कर रहे पक्षपात
वैक्सीनेशन सेंटर पर मौजूद लोग स्वास्थ्य कर्मी पर पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं. नागरिक विजय कुमार कहते हैं कि वैक्सीन खत्म है, इसलिए यहां टीकाकरण नहीं हो रहा है. वहीं रमेश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी झांसा दे रहे हैं.परिचित लोगों को टीके लगा रहे हैं और अन्य लोगों को टरकाया जा रहा है. निरीक्षण के दौरान कई केंद्रों पर वैक्सीन न होने की दशा में टीकाकरण नहीं होने की नोटिस भी चस्पा की गई थी.
क्या बोले जिम्मेदार
वहीं जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ वीके सोनकर ने कहा कि वैक्सीन की कमी के चलते टीकाकरण अभियान प्रभावित है. उन्होंने कहा कि स्टॉक मिलने पर दोबारा टीकाकरण का कार्य शुरू कराया जाएगा.