सुलतानपुरः नगर पालिका चेयरमैन के पद से हटते ही बबीता जायसवाल ने नगर पालिका प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. अपने पति पूर्व जिला पंचायत सदस्य अजय जायसवाल के साथ डीएम कार्यालय पहुंचीं पूर्व चेयरमैन बबीता जायसवाल ने कहा कि निर्माण कार्य में जल निगम में भ्रष्टाचार हो रहा है. वहीं, अजय जायसवाल ने नगर पालिका में वित्तीय अनियमितता का मुद्दा उठाया.
दरअसल बीते कार्यकाल में बीजेपी के नगर पालिका चेयरमैन पद पर बबीता जायसवाल ने दायित्व संभाला था. कार्यकाल पूरा होने के बाद अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मनोज पांडे कार्यभार देख रहे हैं. इसके बाद से दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. वो मंगलवार को जिलाधिकारी जसजीत कौर से मिलने पहुंची. नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन बबीता जायसवाल ने जल निगम के इंजीनियरों पर वित्तीय धांधली का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जल निगम के ठेकेदार दोबारा सड़क का निर्माण कर रहे हैं. जबकि हाल ही में यहां सड़क बनाई गई थी. वहीं, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अजय जायसवाल ने सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने जांच कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया.
गौरतलब हो कि नगर पालिका चेयरमैन पद पर रहते हुए सभासदों ने लंबे समय तक बबीता जायसवाल और उनके पति पर वित्तीय अनियमितता और धन दुरुपयोग का आरोप लगाया था. लंबे समय तक इसकी जांच हुई थी. इसमें पुष्टि के बाद भी कोई कार्रवाई सुनिश्चित नहीं हो सकी थी. 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के साथ ही एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया.
पूर्व नगर पालिका चेयरमैन बबीता जायसवाल ने कहा कि 'जल निगम की तरफ से शास्त्री नगर मोहल्ले में जो सड़क बनाई जा रही है. वह निर्माण कार्य बेहद घटिया किया जा रहा है. हम जिलाधिकारी से मांग करने आए हैं कि निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्वक कराया जाए. अभी हाल ही में यह सड़क बनाई गई थी. हर सड़क का 3 साल का एग्रीमेंट होता है.
वहीं, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अजय जायसवाल ने कहा कि 'जल निगम की तरफ से जो कार्य कराया जा रहा है. वह काफी निम्न गुणवत्ता का है. इसकी शिकायत करने हम यहां जिलाधिकारी के यहां आए हैं. नगरपालिका में भी वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितता बरती जा रही है. बिना अप्रूवल लिए जेम पोर्टल पर टेंडर निकाल दिया गया था. इसे जिलाधिकारी ने निरस्त भी कर दिया है.'
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