सुलतानपुरः मृतक संत सुशील गिरी के गृह क्षेत्र के पूर्व सपा विधायक ने 7 लाख रुपये और चालक को एक लाख की सहायता दी है. इस दौरान विधायक ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. इस पत्र के जरिए मामले की सीबीआई जांच और मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की गई है.
जिले के लंभुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत चांदा कस्बे निवासी संत सुशील गिरी 12 साल पहले 1997 में सुलतापुर से महाराष्ट्र चले गए थे. 17 अप्रैल को परिजनों को सूचना मिली कि मॉब लिंचिंग में सुशील गिरी की हत्या हो गई. मॉब लिंचिंग मामले को विपक्ष ने गंभीरता से लिया है. पूर्व सपा विधायक संतोष पांडे पीड़ित परिवार के सदस्यों से मिले और स्थानीय लोगों की मदद लेते हुए 7 लाख का चेक सौंपा. वहीं चालक के परिजनों को एक लाख की सहायता धनराशि प्रदान की है.
इसे भी पढ़ें- सुलतानपुर: कचरे में कोलकाता का करेला, खून के आंसू रुला रहा प्याज
ईटीवी से बातचीत में पूर्व सपा विधायक ने योगी सरकार के कार्यों को कटघरे में खड़ा किया. संतोष पांडे ने कहा कि योगी सरकार की तरफ से की गई व्यवस्था नाकाफी हैं. वहीं ऐसा कोई जिला नहीं जहां चार आईसीयू बनाए गए हो. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में बीमारी फैली है तो इसको कैसे नियंत्रित करेंगे. कोटेदारों से गेहूं भिजवाकर यदि समाज सेवा सोची जा रही है तो मैं इसे सही नहीं मानता हूं.