सुलतानपुर: जिले के वरिष्ठ नागरिकों ने एक मंच पर आकर प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेने का निर्णय लिया है. शिक्षा को तकनीकी ज्ञान से जोड़ने के लिए साथ ही विद्यालय की गुणवत्ता सुधारने के लिए कई संगठन एक पटल पर आए हैं. वार्ता के दौरान सभी ने एक स्वर में भारत के भविष्य को उज्जवल बनाने का आवाह्न किया है.
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वरिष्ठ नागरिकों ने प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेने का लिया निर्णय
जिले में लगभग 15 प्राथमिक विद्यालय जूनियर और प्राइमरी श्रेणी के ऐसे हैं, जहां बच्चे अपनी शिक्षा दीक्षा ग्रहण करते हैं. यहां खासकर वे बच्चे पढ़ने जाते हैं, जो गरीबी और गरीबी रेखा के नीचे के होते हैं. इनके पास विद्यालय जाने के लिए आवश्यक आर्थिक संपन्नता नहीं है.
ये बच्चे विद्यालय तो जाते हैं, लेकिन गुणवत्ता के नाम पर इन्हें केवल मार्कशीट मिलती है. इसके चलते शैक्षिक गुणवत्ता का काफी अभाव देखने को मिलता है. इसके मद्देनजर जिले के वरिष्ठ नागरिकों ने एक मंच पर आकर प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेने का निर्णय लिया है, जो कि एक सराहनीय कार्य है. समाजसेवी करतार केशव यादव ने कहा मैने भी इनकी प्रेरणा से एक विद्यालय गोद लेने का निर्णय लिया है. इसकी शिक्षा-दीक्षा और गुणवत्ता सुधारने के लिए मैंने भी प्रयास करना शुरू कर दिया है. यह बेहद सराहनीय कार्य है.
भाजपा के काशी प्रांत के उपाध्यक्ष रामचंद्र मिश्रा ने कहा कि रोटरी क्लब, लायंस क्लब और सामाजिक संगठन इस कार्य में आगे आए हैं. मैंने सबसे निवेदन किया है कि प्राथमिक विद्यालयों की गुणवत्ता सुधारने के लिए सब मिलकर कार्य करें. इस कार्यक्रम को प्रेरित करने के लिए 13 नवंबर को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आ रही हैं. आनंदीबेन पटेल प्रेरणा देंगी और लगभग 200 लोगों ने प्राथमिक विद्यालयों के उत्थान के लिए संकल्प लिया है.
गैस एजेंसी संचालक जियाउल हसनैन ने कहा कि जयसिंहपुर तहसील के गंगेव प्राथमिक विद्यालय को हमने गोद लिया है. यह बहुत अच्छी सोच है. प्राथमिक विद्यालयों से ही बच्चों के भविष्य की नींव पड़ती है. अगर वहां से हम फोकस करेंगे तो एक दिन निश्चित रूप से वह अच्छी शिक्षा प्राप्त करेंगे.