सुलतानपुर: जिले में राइस मिल एसोसिएशन ने जिलाधिकारी कार्यालय पर आज जोरदार प्रदर्शन किया. बता दें, सरकारी क्रय केंद्रों से खरीदे जाने वाले धान में बड़े पैमाने पर ब्रोकेन (चावल का टूटन) सामने आ रहा है. 25% का ब्रोकन बढ़कर 80% हो जाने को मुद्दा बनाते हुए राइस मिल एसोसिएशन ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा.
हाइब्रिड बनी गले की फांस
हाइब्रिड और मोटे धान की वैरायटी तैयार हो चुकी है. सरकारी क्रय केंद्रों पर इनकी आवागमन भी शुरू हो गई है. इसे देखते हुए सरकार ने धान की दवाई में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. इसके मद्देनजर जो सरकारी क्रय केंद्रों से धान मिलर्स स्कोर शॉप पर जा रहे हैं.
बिक जाएंगी हमारी मिले
राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह का कहना है कि धान में चावल की रिकवरी काफी कम आ रही है. 25 के बजाय 50 से 80% तक ब्रोकन सामने आ रहा है. इसकी रिकवरी हमें अपने निजी मद से करनी पड़ेगी जो कि हमारे लिए संभव नहीं है. चावल की निकासी भी 55 से 60% आ रही है, जो कि 65% के ऊपर होनी चाहिए. मानक के सापेक्ष रिकवरी न ली जाए. जांच में जो रिकवरी रेट है उस हिसाब से हमें चावल के रिकवरी देने के लिए अधिकृत किया जाए. ऐसे में हमारी मिले बिक जाएंगी हम बर्बाद हो जाएंगे.
उसमें बड़े पैमाने पर ब्रोकन यानी धान का टूटन सामने आ रही है. इसकी वजह से राइस मिलर्स एसोसिएशन के लिए यह कारोबार घाटे का सौदा बनता जा रहा है. एसोसिएशन के आह्वान पर सभी सदस्य जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. कलेक्ट्रेट में डीएम कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया प्रदर्शन के दौरान का कहना है कि इस बार की खरीद में ब्लॉक नहीं किया जाएगा. घाटे का सौदा बन जाएगी.
सुलतानपुर: राइस मिलर्स ने डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन - rice millers demonstrated
सुलतानपुर जिले में राइस मिल एसोसिएशन ने जिलाधिकारी कार्यालय पर आज जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा.
![सुलतानपुर: राइस मिलर्स ने डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9326437-719-9326437-1603783244596.jpg?imwidth=3840)
सुलतानपुर: जिले में राइस मिल एसोसिएशन ने जिलाधिकारी कार्यालय पर आज जोरदार प्रदर्शन किया. बता दें, सरकारी क्रय केंद्रों से खरीदे जाने वाले धान में बड़े पैमाने पर ब्रोकेन (चावल का टूटन) सामने आ रहा है. 25% का ब्रोकन बढ़कर 80% हो जाने को मुद्दा बनाते हुए राइस मिल एसोसिएशन ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा.
हाइब्रिड बनी गले की फांस
हाइब्रिड और मोटे धान की वैरायटी तैयार हो चुकी है. सरकारी क्रय केंद्रों पर इनकी आवागमन भी शुरू हो गई है. इसे देखते हुए सरकार ने धान की दवाई में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. इसके मद्देनजर जो सरकारी क्रय केंद्रों से धान मिलर्स स्कोर शॉप पर जा रहे हैं.
बिक जाएंगी हमारी मिले
राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह का कहना है कि धान में चावल की रिकवरी काफी कम आ रही है. 25 के बजाय 50 से 80% तक ब्रोकन सामने आ रहा है. इसकी रिकवरी हमें अपने निजी मद से करनी पड़ेगी जो कि हमारे लिए संभव नहीं है. चावल की निकासी भी 55 से 60% आ रही है, जो कि 65% के ऊपर होनी चाहिए. मानक के सापेक्ष रिकवरी न ली जाए. जांच में जो रिकवरी रेट है उस हिसाब से हमें चावल के रिकवरी देने के लिए अधिकृत किया जाए. ऐसे में हमारी मिले बिक जाएंगी हम बर्बाद हो जाएंगे.
उसमें बड़े पैमाने पर ब्रोकन यानी धान का टूटन सामने आ रही है. इसकी वजह से राइस मिलर्स एसोसिएशन के लिए यह कारोबार घाटे का सौदा बनता जा रहा है. एसोसिएशन के आह्वान पर सभी सदस्य जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. कलेक्ट्रेट में डीएम कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया प्रदर्शन के दौरान का कहना है कि इस बार की खरीद में ब्लॉक नहीं किया जाएगा. घाटे का सौदा बन जाएगी.