सुलतानपुर: जिले में सरकारी कोटेदारों को राशन ढुलाई का भाड़ा 15 साल से नहीं मिल रहा है. इसके विरोध में कोटेदार आंदोलित हो गए हैं. वहीं डोर स्टेप डिलीवरी प्लान लागू नहीं किए जाने, गोदामों से तौल कर राशन नहीं दिए जाने, समेत तमाम आदि मांगों को लेकर सरकारी कोटेदारों ने अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर दिया है.
कोटेदारों ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली से जुड़े राशन वितरण से हाथ पीछे खींच लिया है. आंदोलन के पहले दिन कोटेदारों ने जिलाधिकारी कार्यालय घेरा और ज्ञापन देकर समस्याओं के निस्तारण की मांग की. डीलर एसोसिएशन जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश यादव ने बताया कि हमारी मांग है कि कोटेदारों को ढाई सौ रुपये प्रति कुंतल कमीशन दिया जाए. वहीं 20 हजार रुपये का मानदेय लंबे समय से मांगा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि 15 साल से लंबित किराया भाड़ा और मिड-डे-मील का ढुलाई भाड़ा दुकानदारों को उपलब्ध कराया जाए. वर्तमान में 10 हजार रुपये सिक्योरिटी मनी मांगी जा रही है, जो हम लोगों ने सामूहिक तौर से नहीं देने का निर्णय लिया है.
कोटेदारों के प्रदर्शन की बात सुनने में आई है. हालांकि उन्होंने अभी तक ज्ञापन के जरिए हमें सूचित नहीं किया है. सूचना मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
-अभय सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी