सुलतानपुर: वेतन विसंगतियों और निजीकरण के विरोध में रेल कर्मचारी उग्र हो चले हैं. सुल्तानपुर जंक्शन के बाहर नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के पदाधिकारियों के आह्वान पर कर्मचारी एकत्र हुए और रेल मंत्री के खिलाफ नारे लगाए गए. इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि रेलवे का निजीकरण कर्मचारी और यात्रियों के हित में नहीं है. हमारे वेतन विसंगतियां दूर करते हुए नवरात्र और दीपावली के बीच में बोनस प्रदान किया जाए.
परिचालन, डीजल, आदि रनिंग स्टाफ, सफाई कर्मचारी, सिग्नल कर्मचारी, रेल पथ निरीक्षक समेत विभिन्न विभागों से कर्मचारी नार्दन रेलवे मेंस यूनियन कार्यालय में एकत्र हुए. यहां पर नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के अध्यक्ष एसके प्रजापति के नेतृत्व में कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान महामंत्री एके द्विवेदी के नेतृत्व में व्यापक प्रदर्शन कर आंदोलन की रणनीति बनाई गई. रेल कर्मचारियों ने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो रेल का चक्का जाम कर दिया जाएगा. इस दौरान कर्मचारियों ने रेल मंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए.
शाखामंत्री नार्दन रेलवे मेंस यूनियन सुरेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि हमारा प्रदर्शन बोनस की मांग को लेकर है. लॉकडाउन के दौरान जब लोग अपने घरों तक सीमित रहे तब सभी रेल कर्मचारी कोरोना फाइटर रूप में बाहर निकले और काम किया. सरकार हमारे बोनस पर कैंची चलाने का कार्य कर रही है. 10 दिन से हम प्रतीक्षारत हैं. अब तक घोषणा हो जाना चाहिए था. हम चेतावनी देने के लिए एकत्र हुए हैं कि अगर हमारी मांगों पर विचार कर भुगतान नहीं किया जाएगा. तो हम रेल का चक्का जाम कर देंगे.