सुलतानपुर: लॉकडाउन के चौथे चरण में भले ही योगी सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के काम को रफ्तार देने के दावे कर रही है, लेकिन श्रमिकों के लौटने से इनकार करने की वजह से कवायद को ग्रहण लगा हुआ है. जिले के कूरेभार ब्लॉक में फाइटर प्लेन के उतरने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को शुरू किया जाना है, लेकिन महज मशीनी काम से ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है.
लगभग जमीन से 10 फुट की ऊंचाई पर एक्सप्रेस-वे गुजरेगी. मिट्टी की पटाई का काम कई क्षेत्रों में पूरा कर लिया गया है जबकि कूरेभार ब्लॉक में भी रफ्तार से यह काम चल रहा है. मशीनरी वर्क होने के नाते प्रगति लाने का इंजीनियर प्रयास तो कर रहे हैं, लेकिन बड़ी संख्या में श्रमिकों के पलायन से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कूरेभार में सिक्स लेन प्रोजेक्ट इस स्वरूप से तैयार किया जाएगा, जिससे फाइटर प्लेन के साथ यात्री और मालवाहक विमान भी यहां उतारे जा सकें और यहां से उन्हें उड़ाया जा सके. वहीं आपातकालीन स्थिति में लैंडिंग और टेक ऑफ कराने के लिए इस्तेमाल किया जाना है.
पूर्वांचल एक्सप्रे-वे सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसमें प्रत्येक दो लेन के बीच में बड़े डिवाइडर बनाए जाएंगे. ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिससे आवागमन करने वालों को हरियाली महसूस हो सके. साथ ही ड्राइविंग के दौरान वे बेहतर महसूस करें. इसके अलावा बड़े फूड प्लाजा और रेस्टोरेंट्स खोले जाएंगे, जिससे लोगों को रोजगार मिले और राहगीरों को सहूलियत भी मिल सके.
जिलाधिकारी सी इंदुमती ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का काम शुरू कर दिया गया है. लगभग 50% श्रमिक वहां काम कर रहे हैं और श्रमिकों को लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.