सुल्तानपुर: सामाजिक, मानसिक और साइबर अपराध से महिलाओं को बचाने के लिए जिले की पुलिस ने नई पहल शुरू की है. जन्म लेने वाली बेटियों का प्रमाण पत्र मुहैया कराने के लिए खाकी ने बीड़ा उठाया है. सभी थानाध्यक्षों को इस संबंध में निर्देश देते हुए काउंटर संचालित और प्रमाण पत्र जारी किए जाने में सहयोग का निर्देश दिया गया है. एसपी स्वयं इसकी मॉनिटरिंग करेंगे. डीएम ने रोजगार की दिशा में महिलाओं का प्रतिशत 50% पहुंचाने का वादा किया है.
महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए सभी वर्ग और धर्म की महिलाओं को कलेक्ट्रेट में आमंत्रित किया गया. शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में उनके अधिकारों और कानूनी जानकारियों के प्रति उन्हें जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के तरफ से जागरूक किया गया. रोजगार की दिशा में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए डीएम ने प्रोबेशन विभाग के जरिए सभी विभागों का समन्वय तैयार किया है. जिससे उन्हें रोजगार दिया जा सके समाज की मुख्यधारा में उन्हें शामिल किया जा सके. जिसके बाद महिलाओं में उत्साह देखा जा रहा है. इस पहल के बाद महिलाओं ने सामूहिक फोटो खिंचवाई और बढ़-चढ़कर सामाजिक सहभागिता निभाने का संकल्प लिया.
खाकी बनवाएगी बेटियों के जन्म प्रमाण पत्र, महिला हिंसा पर लगेगा अंकुश
महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. इसी क्रम में सुल्तानपुर पुलिस ने सामाजिक मानसिक और साइबर अपराध से महिलाओं को बचाने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है. दरअसल, अब खाकी जन्म लेने वाली बेटियों का प्रमाण पत्र बनाएगी.
सुल्तानपुर: सामाजिक, मानसिक और साइबर अपराध से महिलाओं को बचाने के लिए जिले की पुलिस ने नई पहल शुरू की है. जन्म लेने वाली बेटियों का प्रमाण पत्र मुहैया कराने के लिए खाकी ने बीड़ा उठाया है. सभी थानाध्यक्षों को इस संबंध में निर्देश देते हुए काउंटर संचालित और प्रमाण पत्र जारी किए जाने में सहयोग का निर्देश दिया गया है. एसपी स्वयं इसकी मॉनिटरिंग करेंगे. डीएम ने रोजगार की दिशा में महिलाओं का प्रतिशत 50% पहुंचाने का वादा किया है.
महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए सभी वर्ग और धर्म की महिलाओं को कलेक्ट्रेट में आमंत्रित किया गया. शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में उनके अधिकारों और कानूनी जानकारियों के प्रति उन्हें जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के तरफ से जागरूक किया गया. रोजगार की दिशा में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए डीएम ने प्रोबेशन विभाग के जरिए सभी विभागों का समन्वय तैयार किया है. जिससे उन्हें रोजगार दिया जा सके समाज की मुख्यधारा में उन्हें शामिल किया जा सके. जिसके बाद महिलाओं में उत्साह देखा जा रहा है. इस पहल के बाद महिलाओं ने सामूहिक फोटो खिंचवाई और बढ़-चढ़कर सामाजिक सहभागिता निभाने का संकल्प लिया.