सुलतानपुर : वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्रदेश सरकार के बजट से जिलेवासियों में जहां खास तोहफा नहीं मिलने से निराशा रही, वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री व सांसद मेनका गांधी ने कोरोना काल के बावजूद कई बड़े तोहफे सुलतानपुर की झोली में डाले. 200 करोड़ से तैयार हो रहा पॉलिटेक्निक कॉलेज, नवोदय विद्यालय, एफएम सेंटर, वन स्टॉप सेंटर और मेडिकल कॉलेज की सौगात सुलतानपुर वासियों को दी गई. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और लखनऊ-वाराणसी फोरलेन की तारीख में पड़ने से लोगों को उदास देखा गया.
नागरिकों की मिली जुली प्रतिक्रिया
इम्तियाज रिजवी कहते हैं कि मेडिकल कॉलेज बनने से यहां के लोगों को बड़ी सहूलियत मिलेगी. बस इंतजार है जल्दी से भवन तैयार होने का और मेडिकल कॉलेज के शुरू हो जाने का. शकील अहमद कहते हैं कि प्रदेश सरकार के बजट से मध्यांचल और पूर्वांचल के नागरिकों को बड़ी उम्मीदें थी. मुख्यमंत्री योगी आए. हमें उम्मीद थी कि वे लखनऊ-वाराणसी फोरलेन का निरीक्षण करेंगे, लेकिन वे बीच से ही लौट गए. वरिष्ठ नागरिक राहुल तिवारी कहते हैं कि सुलतानपुर-वाराणसी के बीच इतने गड्ढे हैं कि हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे भी समय पर नहीं शुरू किया जा सका है. बजट में युवाओं और सुल्तानपुर के नागरिकों के लिए कुछ भी नहीं देखा गया.
जटिल हुआ जीएसटी
व्यापार मंडल के जिला प्रभारी अनूप श्रीवास्तव कहते हैं कि सरकार से हमने जीएसटी के सरलीकरण की मांग की थी. जबकि दुर्भाग्यवश यह और जटिल हो गया है. जुर्माने और नियम कायदे में व्यापारी जकड़ चुके हैं.
महंगाई से त्रस्त हैं लोग
अधिवक्ता चंद्रभान तिवारी कहते हैं कि यह बजट किसानों के लिए फायदेमंद नहीं है. महंगाई से लोग त्रस्त हैं. गृहिणी रीता भारती कहती हैं कि उज्ज्वला योजना का पैसा लोगों के खाते में नहीं आया, जिससे लोगों को महंगाई की समस्या से जूझना पड़ा.
सीएम से बजट में उम्मीद
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नागेंद्र सिंह कहते हैं कि अगले बजट से लोगों को उम्मीदे हैं कि मुख्यमंत्री नागरिकों के हित में बड़ा फैसला लेंगे.
सांसद ने दिए कई तोहफे
सांसद मेनका गांधी के प्रतिनिधि रंजीत कुमार कहते हैं कि एफएम सेंटर, पॉलिटेक्निक कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, वन स्टॉप सेंटर समेत कई तोहफे सांसद की तरफ से दिए गए हैं. वे नागरिकों की सुनवाई करती हैं और समस्याओं का समाधान करती हैं.