सुलतानपुरः जिले में तालाब की जमीन हथियाने के लिए एक एमबीबीएस डॉक्टर ठग बन गया. उसने राजस्व सचिव के हस्ताक्षर वाले फर्जी दस्तावेज तैयार करा लिये. मामले का खुलासा तब हुआ, जब डीएम ने संदेह के आधार पर शासन से मामले में जानकारी इकट्ठा की. मामले में लेखपाल की तहरीर पर थाना बल्दीराय में मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है. मामला बल्दीराय तहसील के खनोहा गांव का है.
दरअसल, खनोबा गांव के एक तालाब की गाटा संख्या 125ख रकबा 1.701 है. इसमें से 0.1140 पर संतराम, बुद्धिराम, अमर नाथ, महेश कुमार और माता गौरा देवी का मकान बना है. इसे हथियाने के लिए डॉक्टर महेश कुमार ठग बन गया. उसने जमीन को अपनी जमीन से बदलवाने के लिए साल 2020 में पत्रांक 731/2020 के तहत तत्कालीन डीएम सी इंदुमती के फर्जी हस्ताक्षर बनवाकर, राजस्व अनुभाग में पत्र भिजवाया. फिर वहां से 510ए और 510(1) दिनांक 01 जुलाई और 22 जुलाई 2022 को तालाब की जमीन से बदलने का आदेश मिल गया.
इस मामले में जब सभी हस्ताक्षर मिलाए गए तो संदेह हुआ. डीएम जसजीत कौर ने एसडीएम बल्दीराय और तहसीलदार घनश्याम भारतीय की आख्या पर 13 अप्रैल 2023 को राजस्व अनुभाग में पत्र 335/2023 भेजा. इसमें विशेष सचिव प्रभु एन सिंह की तरफ से सारे आदेश कूट रचित और फर्जी बताए गए. बताया गया कि कोई भी आदेश शासन के राजस्व अनुभाग ने जारी नहीं किया है.
इस बीच शातिर दिमाग वाले डॉक्टर महेश ने दूसरी जमीन पर तालाब भी बनवा डाला. इसमें डॉक्टर के भाई भी शामिल थे. फिलहाल क्षेत्रीय लेखपाल देव नारायण मिश्र की तहरीर पर इन सभी पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन हड़पने के मामले में तहरीर दी गयी. इस पर बल्दीराय थाने में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है, जिससे महकमे और आरोपियों में हड़कंप मच गया. डीएम जसजीत कौर ने बताया कि जांच कराकर कर संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. अन्य जांच भी कराई जा रही है. इस धोखाधड़ी के मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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