सुलतानपुर: नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने निजीकरण के खिलाफ सरकार से दो-दो हाथ करने का निर्णय लिया है. निजीकरण के विरोध में चले सप्ताह भर के सफल अभियान के बाद अब नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के महामंत्री ने संघर्ष समितियां हर स्टेशन स्तर पर गठित करने की बात कही है. इसके जरिए जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा.
सुलतानपुर जंक्शन की नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के शाखा अध्यक्ष अनिल कुमार श्रीवास्तव के विदाई समारोह के मौके पर नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा पहुंचे. जहां पर उनका बड़े पैमाने पर स्वागत कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस दौरान बड़ी संख्या में महिला व पुरुष रेल कर्मियों ने हिस्सा लिया और निजीकरण के विरोध चल रहे आंदोलन को भरपूर समर्थन देने का कर्मचारियों ने वादा किया. मंडल स्तर से आए पदाधिकारी राजन सिंह, यूएस शाह जनरल सेक्रेटरी, मनोज श्रीवास्तव समेत अन्य पदाधिकारियों को मेंस यूनियन मंत्री ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया. सुरेश चंद्र द्विवेदी ने आए अतिथियों का आभार जताया. इस मौके पर अनिल कुमार श्रीवास्तव, वीके मिश्र, एसके प्रजापति, ज्योति श्रीवास्तव, हिमांशु चौबे, यशवंत सिंह गार्ड, केपी यादव, मोहम्मद आसिम सज्जाद, राजकुमार, केदार सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे.
नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के महामंत्री ने कहा कि मंगलवार को जब शाखा अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव रिटायर हो रहे हैं, तो रेल के सामने बड़ी चुनौतियां हैं. सबसे बड़ी चुनौती रेल को बचाने की है. भारत सरकार रेलवे के रूट पर प्राइवेट आमंत्रण को बढ़ावा दे रही है. कारखानों और उत्पादन इकाइयों को निगम बनाने की कोशिश कर रही है. यह हमारे कर्मचारियों और निगम के खिलाफ है.
14 से 19 सितंबर के बीच व्यापक पैमाने पर विरोध अभियान चलाया गया, जो कि सफल रहा. इसे देखते हुए संघर्ष समितियों का गठन स्टेशन लेवल पर किया जाएगा. रेल बचाओ अभियान समिति का प्रसार देश के हर स्टेशन तक पहुंचेगा. रेल को बेचने के खिलाफ एक जन आंदोलन खड़ा करने का काम किया जाएगा. जिससे सरकार इसे बेच ना सके.
-शिवगोपाल मिश्र, महामंत्री, नार्दन रेलवे मेंस यूनियन नई दिल्ली