सुलतानपुर: मामला उत्तर प्रदेश के आयुष विभाग से जुड़ा हुआ है. जहां पर शासन स्तर से बड़े पैमाने पर दवाओं के आवंटन में 50% की कमी कर दी गई है. जनपद में भी चिकित्सा संस्थानों में भी दवाओं की कमी हो गई है. मरीजों को आयुर्वेद के बजाय होम्योपैथिक की मीठी गोलियां दी जा रही हैं.
आयुष के मरीजों को खिलाई जा रही मीठी गोलियां -
- जनपद में चिकित्सा संस्थानों के आयुष विंग में दवाओं की कमी है.
- शासन स्तर से बड़े पैमाने पर दवाओं के आवंटन में 50% की कमी कर दी गई है.
- मरीज होम्योपैथिक दवाओं के सहारे चलाए जा रहे हैं.
- जिले में दौरे पर आए प्रभारी मंत्री ने पूरे प्रकरण से पल्ला झाड़ते हुए इसे दूसरे मंत्रालय का मामला बताया.
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शासन स्तर से कटौती किए जाने की वजह से दवाओं की कमी हो गई है, जबकि मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसकी वजह से दवा वितरण में समस्या आ रही है.
-डॉ. विजय, आयुष विंग के प्रभारी चिकित्सक
आयुष विंग में दवाओं की कमी का प्रकरण उनसे संबंधित नहीं है. इसके लिए अलग विंग है, अलग मंत्री हैं. मैं इस समस्या के निस्तारण के लिए विभाग से बात करुंगा.
-जय प्रताप सिंह, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री