सुलतानपुरः जिले के आयुष विंग के चिकित्सक और चिकित्सा अधिकारियों के बीच इन दिनों रार मची हुई है. चिकित्सक जहां मरीजों की भरमार के आगे दवाओं की कमी से जूझ रहे हैं तो वहीं इसके उलट उच्च अधिकारी दवाओं की उपलब्धता का दावा कर रहे हैं. जबकि हकीकत इससे कहीं जुदा दिख रही है. जहां मरीज अस्पताल में बड़ी तादाद में आते हैं लेकिन दवाओं के आवंटन में कटौती हो जाने से दवाओं की उपलब्धता कराने में चिकित्सकों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
- मामला जिला चिकित्सालय में मौजूद आयुष विंग से जुड़ा हुआ है.
- जहां यूनानी आयुर्वेदिक होम्योपैथिक दवाओं की उपलब्धता के आधार पर मरीजों का इलाज किया जाता है.
- मरीजों की संख्या ज्यादा होने से दवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है.
- आयुर्वेद के स्थान पर होम्योपैथिक दवाएं देकर मरीजों से पीछा छुड़ाया जा रहा था.
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यहां मरीज काफी अधिक संख्या में आते है. दवाएं तो हैं लेकिन उस हिसाब से उपलब्धता न होने की वजह से चिकित्सीय कार्य प्रभावित हो रहा है.
-डॉ. विजय, चिकित्सकआयुष विभाग में होम्योपैथिक आयुर्वेदिक दवाएं उपलब्ध हैं. सरकार बहुत तेजी से आयुष विंग को विकसित करना चाह रही है. दवाओं की कमी नहीं होने दी जाएगी.
-डॉ. सीवीएन त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी