सुलतानपुर: यूपी के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने सुलतानपुर दौरे के दौरान अनावश्यक रूप से मरीजों को रेफर किए जाने की व्यवस्था पर करारा प्रहार किया. उन्होंने कहा, कि यदि चिकित्सा अधिकारियों के पास संसाधन है तो रेफर करने की प्रवृत्ति में बदलाव होना चाहिए. अपना घर छोड़कर लखनऊ जाने में तीमारदारों को समस्या उठानी पड़ती है.
स्वास्थ्य मंत्री सुलतानपुर लगभग गुरुवार को 4:30 बजे शाम को पहुंचे. सीधे जिला अस्पताल पहुंचकर उन्होंने इमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण लिया. अन्य वार्डों की स्थिति देखी और दवाओं की उपलब्धता के बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सुरेश कुमार कौशल से जानकारी ली. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके त्रिपाठी से उन्होंने जिले में चल रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पूछा. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के कक्ष में उपस्थिति पंजिका समेत अन्य अभिलेखों की पड़ताल भी की. बंद शौचालय पर नाराजगी जताते हुए इसे तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए.
उन्होंने आगे कहा, बीजेपी सरकार बनने से पहले प्रदेश में कुल 13 मेडिकल कॉलेज थे. योगी सरकार ने 30 सरकारी और 35 गैर-सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना की है. 16 अन्य जिले जहां मेडीकल कॉलेज नहीं है. वहां भी मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे. हम यूपी में वर्ल्ड क्लास चिकित्सा सेवा तैयार कर रहे हैं. हमारे पीएम और सीएम का निर्देश है कि सरकारी अस्पतालों से निराश होकर कोई न लौटे. सुल्तानपुर की चिकित्सीय सुविधा को चाक-चौबंद करेंगे. मेडिकल पढ़ाई की गुणवत्ता और संसाधनों में सुधार लाया जाएगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप