सुलतानपुर: जिले में कोविड-19 से बचाने और हॉटस्पॉट खत्म करने के लिए शुरू किए गए डोर टू डोर सत्यापन अभियान के सरकारी कर्मचारी ही अव्यवस्था फैलाते दिखे. शुक्रवार को कोविड कैंप में एंटीजन टेस्टिंग के लिए सैंपल देने गए मासूमों और लोगों को लाइन में खड़ा देख जिलाधिकारी सी इंदुमती का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया. डीएम ने कर्मचारियों को जल्द से जल्द जांच करने का अल्टीमेटम दिया. डीएम का गुस्सा देख कर्मचारी और अधिकारियों में हड़कंप मच गया. वहीं डीएम का गुस्सा देख जांच कराने आए नागरिक भी सहम गए.
जिले में 50 से अधिक वार्ड बनाए गए हैं. नगर पालिका क्षेत्र में 25 वार्ड और दोस्तपुर, कादीपुर और पीपी कमैचा में 25 से अधिक वार्ड बनाया गया है. कोविड-19 संक्रमितोंं का आंकड़ा 922 पहुंच चुका है. इसे देखते हुए डोर टू डोर सत्यापन अभियान चलाया गया है. अभियान की हकीकत परखने निकलीं जिलाधिकारी उस समय हैरत में रह गईं, जब नन्हे मुन्ने दर्जनों मासूमों को घंटों से खड़ा किया हुआ देखा और जांच करने के बजाए अधिकारी कर्मचारी मौज-मस्ती करते दिखे.
डीएम ने कर्मचारियों को लगाई फटकार
जिलाधिकारी सी इंदुमती ने कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई. डीएम ने फटकार लगाते कहा कि जिले में सुबह 10:00 से 2:00 तक शत प्रतिशत एंटीजन टेस्ट किए जाने हैं. अन्य बूथों पर 30 प्रतिशत आंकड़ा पहुंच चुका है और यहां आप लोग मौज-मस्ती कर रहे हैं. नाटक बंद करिए और 1 घंटे के भीतर दिए गए लक्ष्य को पूरा करिए. इतने सारे बच्चों को यहां क्यों इकट्ठा किया गया है.
डीएम ने कर्मचारियों से पूछा कि अब तक कितने रजिस्ट्रेशन किए गए हैं. 40 रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता क्यों नहीं पूरी की गई. 1 घंटे के भीतर सबकी सैंपलिंग हो जानी चाहिए. मासूम बच्चों को देखते हुए डीएम ने कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि आप लोग यहां बच्चों को इंतजार क्यों करा रहे हैं, तत्काल जांच की प्रक्रिया पूरी करिए, अन्यथा उचित कार्रवाई की जाएगी.
शहर के राहुल चौराहे के निकट बने टेस्ट कैंप पर डीएम का गुस्सा देख कर्मचारी और अधिकारी सहम गए. आम नागरिक भी सहमे से नजर आए. वहीं कुछ नागरिकों ने डीएम की नाराजगी देख साहस जुटाया और यहां की अव्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला. जिलाधिकारी ने 1 घंटे बाद हुए कार्य की रिपोर्ट तलब करने की बात कही है.