सुलतानपुरः बहुचर्चित ऊंचगांव संघर्ष में एक की मौत प्रकरण में पुलिस ने एक महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. इनकी रिमांड स्वीकृत कर प्रभारी रिमांड मजिस्ट्रेट दीपांकर यादव ने उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया है. वहीं अब भी मामले में नामजद नौ आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं, जिनकी तलाश जारी है.
मामला धम्मौर थाना क्षेत्र के अलीगंज चौकी क्षेत्र स्थित पूरे वंशीधर-ऊंचगांव का है. यहां के रहने वाले आशुतोष दूबे ने बीते 15 मई की शाम को हुई घटना का जिक्र करते हुए पुरानी रंजिश को लेकर आरोपी ओमप्रकाश सहित 15 लोगों के खिलाफ लाठी-डंडो से हमला करने, असलहे से फायरिंग करने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था.
घटना में अभियोगी आशुतोष दूबे के पिता सूर्यमणि, चाचा शेष नारायण दूबे और रमेश दूबे को गंभीर चोट एवं अन्य को भी चोटें आई थीं. घटना में गंभीर रूप से घायल तीन को ट्रामा सेंटर-लखनऊ रेफर कर दिया गया था. ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान घटना के पांच दिन बाद शेष नारायण दूबे की मौत हो गई. इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी ओमप्रकाश, रामप्रकाश और गुड़िया की गिरफ्तारी कर जेल भेजने की कार्रवाई की. मामले में भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता राकेश दूबे को भी उसी दिन हिरासत में लिया गया था.
मामले में मृतक शेष नारायण दूबे के चचेरे भाई अधिवक्ता कृष्णमणि दूबे ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए आरोपियों को अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण देने का भी आरोप लगाया है. इसके साथ ही निष्पक्ष जांच एवं आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र भी भेजा है. मामले में फरार चल रही आरोपी सपना एवं राहुल तिवारी को गिरफ्तार कर रविवार को कोर्ट में पेश किया. रिमांड पर सुनवाई के दौरान सपना की तरफ से पैरवी कर रहे अधिवक्ता ने रिमांड पर भेजे जाने का विरोध किया. वहीं अभियोजन पक्ष से सहायक अभियोजन अधिकारी शकील अहमद ने पुलिस की कार्रवाई को सही बताया.
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