सुलतानपुर : भगवान कुश की नगरी में रामलीला स्थल बचाने के लिए नागरिकों के आह्वान पर चेयरमैन और जिला पंचायत सदस्य ने मुहिम छेड़ दी है. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के साथ हुई वार्ता के बाद प्रशासन ने पूरा सहयोग करने का ऐलान किया है. भू माफिया के खिलाफ संयुक्त मुहिम चलाने की कार्रवाई शुरू होने जा रही है. तालाबंदी का उल्लंघन करने वालों को सख्त चेतावनी दी गई है.
भगवान राम के पुत्र महाराज कुश की नगरी के नाम से विख्यात सुलतानपुर की रामलीला को बचाने के लिए नागरिकों के साथ नगरपालिका भी आगे आया है. चेयरमैन बबीता जायसवाल और उनके पति जिला पंचायत सदस्य अजय जायसवाल बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी से मिलने पहुंचे. वार्ता के बाद आर-पार की लड़ाई पर सहमति बनी.
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चेयरमैन बोलीं- पीछे हटे प्रबंधक
चेयरमैन ने कहा कि रामलीला मंचन स्थल को बचाने के लिए अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की तरफ से प्रबंध समिति और मुझे बुलाया गया था. जहां पर हम पहुंचे, लेकिन प्रबंध समिति के पदाधिकारी नहीं आए. अपर जिलाधिकारी की तरफ से पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जा रही है.
अधिकारियों में साक्ष्यों पर हुई वार्ता
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के साथ चेयरमैन बबीता जयसवाल की वार्ता हुई. वार्ता के दौरान जमीन के विवादित भूमि संबंधी प्रपत्र की जांच पड़ताल की गई. पूरे मामले में उप जिलाधिकारी सदर रामजीलाल को जांच सौंपी गई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई करने की बात कही जा रही है. उधर, एडीएम ने पुलिस को मौके की स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं. भू माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के संकेत प्रशासन की तरफ से दिए जा रहे हैं.
यह है मामला
सुलतानपुर में भू माफिया शहर के डेढ़ सौ साल पुराने रामलीला स्थल पर पुराना ढांचा हटाकर शॉपिंग कॉन्पलेक्स बनाने की तैयारी कर रहे हैं. इसकी जानकारी मिलते ही चेयरमैन बबीता जयसवाल और प्रशासनिक अधिकारियों ने रामलीला स्थल की तालाबंदी करवा दी.