सुलतानपुर: सरकारी गोदाम की जमीन को हथियाने के लिए भू-माफिया ने 70 के दशक में बनी सहकारिता विभाग (cooperative Department) के गोदाम को जेसीबी से ढहा दिया. 10 दिन बाद सांसद मेनका गांधी के हस्तक्षेप पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोप फरार बताए जा रहै हैं.
मामला सुल्तानपुर जिले के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र अंतर्गत दुबेपुर ब्लॉक मुख्यालय के पास का है. यहां सहकारिता विभाग (cooperative Department) का गोदाम लंबे समय से था. पायलट प्रोजेक्ट के तहत सरकारी विकास संघ ने यह गोदाम तैयार करवाया था.
बताया जाता है कि यह जमीन 1978 में उत्तर प्रदेश सहकारी समिति अधिनियम-1965 के तहत आरक्षित की गई थी. इसके बाद यहां गोदाम बना और किसानों को खाद, यूरिया समेत बीज की सप्लाई यहीं से की जाने लगी.
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धीरे-धीरे शासन के निर्देश पर साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष और सचिव बनाए गए जिन्हें निगरानी, देखरेख और किसान हित के संदर्भ में दायित्व सौंपा गया था. 10 दिन पूर्व भूमाफिया ने जेसीबी मशीन लगाकर इस गोदाम को ध्वस्त कर दिया.
इस बाबत सचिव प्रभात कुमार ने बताया कि जमीन कब्जा करने की नीयत से सीमा सिंह पत्नी योगेंद्र सिंह, संगम लाल और पूर्व प्रधान अरविंद कुमार वर्मा की तरफ से गोदाम को गिरा दिया गया. वहां प्लाटिंग करा दी गई है. अब जमीन को कब्जा कर बेचने की तैयारी है. इसे संज्ञान में लेते हुए उनकी तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है.
इस संबंध में सांसद मेनका गांधी के प्रतिनिधि रंजीत कुमार ने कहा कि भू-माफिया की तरफ से गोदाम ढहाने का मामला सामने आया है. इस पर एआर कोऑपरेटिव समेत प्रशासनिक अफसरों से वार्ता की गई और मुकदमा दर्ज कराया गया है. कहा कि इन अतिक्रमण कारी तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
वहीं इस बाबत कोतवाल थाना देहात कोतवाली गौरी शंकर पाल ने कहा कि 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. विभागीय अधिकारियों से पूछताछ के आधार पर जांच प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी. जरूरत पड़ने पर अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की जाएगी. सरकारी संपत्तियों की हर हाल में सुरक्षा की जाएगी.