सुलतानपुर: आप यकीन नहीं करेंगे कि चंद रुपये या जायदाद के खातिर एक ही कोख से जन्मा भाई अपने छोटे भाई की हत्या कर देगा. वैसे ये कोई नई बात नहीं रही, लेकिन जो सुलतानपुर में हुआ वो हैरान करने वाला है. यहां, पिता ने रिटायरमेंट से मिलने वाली राशि से छोटे बेटे को व्यवसाय कराने की बात क्या कही, ये बात बड़े भाई को नागवार गुजर गई. पिता के फैसले से कुंठित बड़े भाई ने रिश्तों का खून (killing relationships) कर दिया. जिस भाई की सलामती और तरक्की की दुआएं करता था, उसने मजह दौलत के लिए अपने छोटे भाई की चाकू से गोदकर हत्या ( (murdered for money) कर दी.
जिले के धम्मौर थाना क्षेत्र (Dhammaur police station area) स्थित हाजी पट्टी गांव निवासी अब्दुल अलीम खान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में कैशियर के पद पर तैनात हैं. 11 माह बाद उनकी सेवानिवृत्ति है. पिता अपने छोटे बेटे नवी अहमद से ज्यादा लगाव रखते थे. लिहाजा, रिटायरमेंट से मिलने वाली राशि में से 10 लाख रुपये से बिजनेस शुरू कराने और जमीन खरीद देने का आश्वासन दिया. यह आश्वासन बड़े भाई अब्दुल आखिर खान को नागवार गुजरा. पिता के इस फैसले से नाराज बड़े भाई अब्दुल आमिर खान ने छोटे नवी अहमद की हत्या करने की साजिश रची. उसने 8 अगस्त की देर रात सोते समय चाकू से गोदकर छोटे भाई नवी की हत्या कर दी. उसने हत्या को घटना का रूप देने की कोशिश की.
हालांकि, थानाध्यक्ष सीताराम यादव ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर प्रकरण से संबंध में तफ्तीश शुरू कर दी थी. घटना के बाद पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे थे. डॉग स्क्वायड की मदद से छानबीन की गई तो किसी बाहरी के आने के कोई सुराग नहीं मिले. पुलिस ने शक के आधार पर बड़े भाई से पूछताछ की, जिस पर उसने पुलिस को बरगलाने की भरसक कोशिश की, लेकिन कड़ाई से पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली. बहरहाल, पुलिस ने छोटे भाई की हत्या के जुर्म में गिरफ्तार अब्दुल आमिर खान को जेल भेज दिया है.
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पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन मिश्रा ने कहा कि रंजिशन वारदात को अंजाम दिया गया है. बैर मनुष्यता और जलन में बड़े भाई ने छोटे भाई की हत्या की थी. प्रकरण का राजफाश कर विधिक कार्रवाई पूरी कर हत्यारोपी को जेल भेज दिया गया है.