सुलतानपुर: जिला अस्पताल में दलाल मरीजों को दवाएं लिख रहे हैं. अस्पताल की व्यवस्थाएं संचालित कर रहे हैं. ईटीवी भारत ने जब इसकी पड़ताल की तो कई ऐसे लोग भी मिले जो चिकित्सा विभाग के नहीं थे फिर भी डॉक्टर के साथ बैठकर काम कर रहे थे. जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो पहले उलझने लगे और फिर धीरे से खिसक लिए. वहीं डॉक्टरों में भी इन दलालों का डर साफतौर पर नजर आया.
सुलतानपुर के जिला अस्पताल में दलालों का बोलबाला है. वे दवाएं लिखते हैं, पर्चे देते हैं, मरीजों को लाइन में लगवाते हैं और डॉक्टर उन्हें संरक्षण देते हैं. ईटीवी भारत के कैमरे में यह सच सामने आया. मेनका गांधी के निरीक्षण के बाद जैसे ही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का काफिला जिला अस्पताल से निकला, दलाल सक्रिय हो गए. कैमरा चमका तो दलाल भागने लगे. इस दौरान सरकारी चिकित्सक भी दलालों के पक्ष में बोली बोलते नजर आए, और बोलें भी क्यों न डॉक्टरों को इन दलालों से डर जो लगता है.
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फिजीशियन डॉ. केएन गुप्ता से जब इन लोगों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यहीं पर चिकित्सक मारे जाते हैं और कोई कुछ नहीं कर पाता है. यहां हम किस तरीके से बच रहे हैं, यह हम ही जानते हैं. कई चिकित्सक यहां चार-पांच आउटसाइडर रखते हैं. कई लोग ऐसे हैं, जो फायर भी कर सकते हैं. गोली चलने के दौरान कौन साथ देगा हमारा.