सुलतानपुर: जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में काफी कशमकश के बाद बाहुबली निर्दल प्रत्याशी चंद्रभद्र सिंह की बहन बीजेपी से चुनाव हार गईं. इस चुनाव में जहां एक तरफ बीजेपी अपना कब्जा चाहती थी तो वहीं चंद्रभद्र सिंह अपने बाहुबल के सहारे फिर से इस सीट पर काबिज होना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बीजेपी जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीत गई. ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में जिले की धनपतगंज सीट पर एक बार फिर बीजेपी और चंद्रभद्र आमने-सामने हुए. चंद्रभद्र के भाई यशभद्र इस ब्लॉक से निर्दल प्रत्याशी थे, बीजेपी ने भी अपने प्रत्याशी को मैदान में उतारा, लेकिन ऐन वक्त पर पासा पलट गया. इस बार बाहुबली के आगे बीजेपी सरेंडर करती दिखाई दी. बीजेपी के उम्मीदवार और प्रस्तावक दोनों नामांकन कराने ही नहीं पहुंचे.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने अमित मिश्रा को प्रत्याशी घोषित किया था. अमित ऐन वक्त पर नामांकन के लिए नहीं पहुंचे, जिससे भाजपा को करारा झटका लगा. हालांकि उन्होंने नामांकन के लिए न पहुंचने का कारण पारिवारिक और व्यक्तिगत बताया है. वहीं ये भी चर्चा है कि बीजेपी प्रत्याशी को प्रस्तावक भी नहीं मिल रहे थे. ये राजनीतिक घटनाक्रम तब हुआ, जब सांसद मेनका गांधी भी जिले में मौजूद थीं.
बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि अमित मिश्रा ने जिलाध्यक्ष को पत्र लिखा था. उन्होंने पार्टी को पत्र लिखकर बताया था कि वो पारिवारिक और व्यक्तिगत कारणों की वजह से चुनाव नहीं लड़ेंगे. नामांकन के वक्त प्रत्याशी और प्रस्तावक दोनों ही नहीं थे, लिहाजा धनपतगंज में बाहुबली यशभद्र सिंह मोनू को निर्विरोध ब्लाक प्रमुख निर्वाचित किया गया. भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष डॉ. आरए वर्मा के हॉस्पिटल गोमती में पांच निर्विरोध चुने गए बीजेपी के ब्लॉक प्रमुखों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम हुआ.
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बीजेपी उम्मीदवारों में अखंड नगर ब्लॉक से भाजपा विधायक राजेश गौतम की पत्नी करिश्मा गौतम, भदैया ब्लॉक से राजेंद्र प्रसाद, कादीपुर ब्लॉक से दिलीप कुमार, कूरेभार ब्लॉक से रीना सिंह और मोतिगरपुर ब्लॉक से चंद्र प्रताप ब्लॉक प्रमुख पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए. वहीं निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बाहुबली यश भद्र सिंह मोनू को धनपतगंज ब्लॉक से निर्विरोध विजयी घोषित किया गया. भाजपा में बाहुबली के निर्विरोध विजयी घोषित होने के कारण खलबली मची हुई है.