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नियमितीकरण की मांग को लेकर आशा बहुओं का प्रदर्शन, डीएम को सौंपा ज्ञापन

सुलतानपुर में आशा बहू और आशा संगिनी ने नियमितीकरण की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया. इसके बाद आशा बहुओं के डेलीगेशन ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आशा बहुओं को नियमित किए जाने की मांग की.

नियमितीकरण की मांग को लेकर आशा बहुओं का प्रदर्शन
नियमितीकरण की मांग को लेकर आशा बहुओं का प्रदर्शन
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Published : Dec 31, 2021, 5:53 PM IST

सुलतानपुर: आशा बहू और आशा संगिनी ने नियमितीकरण की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सीएम योगी और पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी की. आशा बहुओं का कहना है कि उन्हें नियमितीकरण की झूठी तसल्ली दी गई थी. कई बार सरकार के संज्ञान में बात रखने के बाद भी उनकी मांगे पूरी नहीं हुई, इसलिए आशा बहुएं वोट का बहिष्कार करेंगी और उत्तर प्रदेश को भारतीय जनता पार्टी से मुक्त करने के लिए लोगों से आह्वान करेंगी. वहीं इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन के मनाने पर आशा बहुओं ने डीएम को ज्ञापन देकर प्रदर्शन खत्म किया.


गौरतलब है कि नियमितीकरण की मांग को लेकर लंबे समय से आशा बहुएं आंदोलनरत हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में आशा बहुएं कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर पहुंची और मुख्य गेट पर बंद कर जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन में जिले के सभी ब्लॉक की आशा बहुएं शामिल हुईं. आशा बहुओं के प्रदर्शन की सूचना पर जिले की कोतवाली पुलिस महिला पुलिस के साथ मौके पर पहुंची. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को शांत कराया.

नियमितीकरण की मांग को लेकर आशा बहुओं का प्रदर्शन

इसके साथ ही आशा बहू संघ की जिला अध्यक्ष सीमा सिंह के नेतृत्व में आशा बहुओं का एक डेलीगेशन जिलाधिकारी रवीश गुप्ता के पास पहुंचा. वहां उन्होने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर आशा बहुओं को नियमित किए जाने की मांग की. इसके बाद प्रदर्शन को खत्म किया गया.

यह भी पढ़ें- 69000 शिक्षक भर्तीः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थी, पुलिस से हुई नोकझोंक

इस दौरान संघ की जिला अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में यह दावा किया था कि सरकार के गठन होते ही आशा बहुओं को नियमित किया जाएगा. लेकिन पांच साल बीत चुके हैं, उनका यह दावा झूठा निकला. अभी तक नियमित किए जाने की कोई ठोस पहल नहीं शुरू की जा सकी है. कहा कि सरकार के गठन के एक महीने बाद ही मिलकर उनके वादे को याद दिलाया था. लेकिन इसके बावजूद उनके लिए कोई कदम नहीं उठाए गए.

अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि आशा बहू और आशा संगिनी के नियमितीकरण का मुद्दा लंबे समय से उठाया जा रहा है. लेकिन सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक हल नहीं मिला है. इसलिए आशा बहुओं की तरफ से उत्तर प्रदेश को भारतीय जनता पार्टी के चंगुल से मुक्त कराने का काम किया जाएगा.

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सुलतानपुर: आशा बहू और आशा संगिनी ने नियमितीकरण की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सीएम योगी और पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी की. आशा बहुओं का कहना है कि उन्हें नियमितीकरण की झूठी तसल्ली दी गई थी. कई बार सरकार के संज्ञान में बात रखने के बाद भी उनकी मांगे पूरी नहीं हुई, इसलिए आशा बहुएं वोट का बहिष्कार करेंगी और उत्तर प्रदेश को भारतीय जनता पार्टी से मुक्त करने के लिए लोगों से आह्वान करेंगी. वहीं इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन के मनाने पर आशा बहुओं ने डीएम को ज्ञापन देकर प्रदर्शन खत्म किया.


गौरतलब है कि नियमितीकरण की मांग को लेकर लंबे समय से आशा बहुएं आंदोलनरत हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में आशा बहुएं कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर पहुंची और मुख्य गेट पर बंद कर जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन में जिले के सभी ब्लॉक की आशा बहुएं शामिल हुईं. आशा बहुओं के प्रदर्शन की सूचना पर जिले की कोतवाली पुलिस महिला पुलिस के साथ मौके पर पहुंची. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को शांत कराया.

नियमितीकरण की मांग को लेकर आशा बहुओं का प्रदर्शन

इसके साथ ही आशा बहू संघ की जिला अध्यक्ष सीमा सिंह के नेतृत्व में आशा बहुओं का एक डेलीगेशन जिलाधिकारी रवीश गुप्ता के पास पहुंचा. वहां उन्होने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर आशा बहुओं को नियमित किए जाने की मांग की. इसके बाद प्रदर्शन को खत्म किया गया.

यह भी पढ़ें- 69000 शिक्षक भर्तीः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थी, पुलिस से हुई नोकझोंक

इस दौरान संघ की जिला अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में यह दावा किया था कि सरकार के गठन होते ही आशा बहुओं को नियमित किया जाएगा. लेकिन पांच साल बीत चुके हैं, उनका यह दावा झूठा निकला. अभी तक नियमित किए जाने की कोई ठोस पहल नहीं शुरू की जा सकी है. कहा कि सरकार के गठन के एक महीने बाद ही मिलकर उनके वादे को याद दिलाया था. लेकिन इसके बावजूद उनके लिए कोई कदम नहीं उठाए गए.

अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि आशा बहू और आशा संगिनी के नियमितीकरण का मुद्दा लंबे समय से उठाया जा रहा है. लेकिन सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक हल नहीं मिला है. इसलिए आशा बहुओं की तरफ से उत्तर प्रदेश को भारतीय जनता पार्टी के चंगुल से मुक्त कराने का काम किया जाएगा.

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