सुलतानपुरः अनीबुलियन कंपनी की निदेशक आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह पर यूपी के चार जिलों में करोड़ो रुपये की ठगी के 17 मुकदमे दर्ज हैं. इन मुकदमो में कई वर्षों बीत जाने के बाद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. लेकिन सोमवार को आईएफएस अधिकारी को ईडी ने नोटिस भेजा है. इस नोटिस के बाद सौकड़ों की संख्या में निवेशकों के चेहरे खिल गए हैं. ईडी के नोटिस के बाद निवेशकों को उम्मीद है कि उनका डूबा पैसा वापस हो जाएगा.
मुकदमे को ट्रांसफर कराकर निकलवाया नामः बल्दीराय व हलियापुर थाना में अजीत गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज है. जबकि आईएफएस निहारिका का नाम नहीं है. इनके खिलाफ सुलतानपुर कोतवाली में एक, अयोध्या जिले के कुमारगंज में दो, महराजगंज जिले में एक,अयोध्या कोतवाली थाना में पांच,अयोध्या शहर कोतवाली में एक, रुदौली थाने में एक, पूरा कलंदर थाने में दो, बाराबंकी जिले के रामसनेही घाट थाने में दो, लखनऊ के पीजीआई व गोमतीनगर में एक-एक केस दर्ज हैं. 3 साल से निहारिका के पति जेल में बंद हैं. लेकिन 17 मुकदमे दर्ज होने के बावजूद निहारिका के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. बल्कि कई केस में उनकी संलिप्तता को ही नकार दिया गया. कुमारगंज थाने में मुकदमा अपराध संख्या 62/2020 की विवेचना इनायत नगर थाना स्थांतरित कर उसमे इनका नाम निकाल भी दिया गया. लेकिन अब ईडी ने नोटिस जारी किया तो निवेशकों को धन वापसी की कुछ उम्मीद जगी है.
धोखाधड़ी की चपेट में आए लोग भर रहे फार्मः अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि धोखाधड़ी की चपेट में आए लोगों से फार्म भरवाए जा रहे हैं. इसे शासन को भेजा जाएगा. ईडी की जांच के बाद पैसा मिलने पर फार्म भरने वालों को पैसा देने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. इसके लिए सभी तहसीलों में काउंटर संचालित करा दिए गए हैं.
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