सुलतानपुर: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 500 करोड़ की हुई अनी बुलियन कंपनी ठगी मामले (Ani Bullion Cheating Case) में पीड़ित जिला भ्रमण पर निकले हैं. इटली राजदूत आईएफएस निहारिका सिंह के खिलाफ सीबीआई इंक्वायरी की मांग उठने लगी है. गुरुवार को एसपी कार्यालय में प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी कार्यालय के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया.
अनी बुलियन कंपनी की कई शाखाएं सुलतानपुर, अयोध्या, लखनऊ, अमेठी, रायबरेली, जौनपुर समेत कई जिलों में फैली थीं. यह कंपनी रियल स्टेट, फ्लोर कंपनी समेत तमाम तरह के उपक्रम दर्शाते हुए 500 करोड़ से अधिक की जालसाजी करते हुए पैसा लेकर भूमिगत हो गई थी. 32 से अधिक मुकदमे उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में दर्ज होने के बाद कंपनी संचालक अजीत गुप्ता को पीजीआई लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद जेल भेज दिया था. उसका सेवानिवृत्त एसडीएम भाई रामगोपाल भी इस समय जेल में निरुद्ध है. मुख्य साजिशकर्ता अजीत गुप्ता की पत्नी आईएफएस निहारिका इस समय इटली में राजदूत हैं. उनके खिलाफ 15 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. कार्रवाई की मांग करने के लिए विभिन्न जिलों का भ्रमण करने के लिए पीड़ित एक साथ निकले. इन लोगों ने एसपी और डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया.
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पीड़ित बृज किशोर तिवारी ने कहा कि हम पुलिसिया कार्रवाई आगे बढ़ाने की मांग करने आए हैं. अनी बुलियन कंपनी के मुख्य साजिशकर्ता अजीत गुप्ता की पत्नी निहारिका आईएफएस अधिकारी हैं. इनके खिलाफ अभी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. हम सीबीआई जांच करने की मांग उठाने आए हैं. पीड़ित दयानंद सिंह ने कहा कि हम लोग अनी बुलियन कंपनी के पीड़ित लोग हैं. ज्यादा ब्याज का झांसा देकर यह कंपनी हम लोगों को लूट कर फरार हो गई. इसके मुख्य साजिशकर्ता भूमिगत हैं और कुछ जेल में हैं. हम जिले में जाकर सभी जिलाधिकारियों को ज्ञापन दे रहे हैं. सीबीआई इंक्वायरी के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से मांग उठा रहे हैं. मुख्य साजिशकर्ता अजीत गुप्ता जेल में है, लेकिन अन्य लोगों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पा रही है.