सोनभद्रः भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण के सदस्यों ने जिले के दो स्थानों पर करीब 3500 मीट्रिक टन सोना मिलने की बात कही है. इसके साथ में पोटाश, आयरन और इनो साइड का भी पता चला है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत काफी ज्यादा है. खनिज डायरेक्टर डॉ. रोशन जैकब नीलामी से पहले चिन्हित खनिज स्थलों की जियो टैगिंग के लिए 7 सदस्य टीम गठित की है. जो 22 फरवरी तक खनन निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और माइनिंग जूलॉजिकल सर्वे ने संयुक्त रूप से सर्वे किया. इस सर्वे में 3500 मीट्रिक टन सोने की खोज जिले के अलग-अलग इलाकों में की गई है. इसके साथ कई अन्य खनिज पदार्थ भी मिले हैं. उत्तर प्रदेश के खनिज डायरेक्टर डॉ. रोशन जैकब ने जिला प्रशासन को आदेश जारी करते हुए कहा है कि नीलामी से पहले 7 सदस्य टीम 22 फरवरी तक रिपोर्ट निदेशक को सौंपेगी. इसके बाद डायरेक्टर राज्य सरकार के माध्यम से रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगी और फिर नीलामी की प्रक्रिया शुरू होगी.
राज्य को जिम्मेदारी सौंपते हुए केन्द्र सरकार निविदा जारी करने का निर्देश देगी. निविदा को हरी झंडी मिलने के बाद ही खनन की अनुमति मिलेगी. जीएसआई के मुताबिक सोनभद्र की पहाड़ी पर 2943.26 टन और हल्दी में 646.15 कुंटल सोने का भंडार है. जीएसआई की टीम ने 2005 से 2012 तक लगातार इस दिशा में काम किया था. सोने के भंडार की पुष्टी 2012 में हुई थी, लेकिन इस दिशा में काम अब जाकर शुरू हो पाया है.
पनारी रिवेन्यू विलेज के पास सोन पहाड़ी पर करीब 3000 मीट्रिक टन सोने की खोज की गई है. हल्दी के पड़रक्ष गांव के पास करीब 650 मिलियन टन सोने का भंडार पाया गया है. इसके अलावा एक जगह पोटाश का काफी भंडार मिला है. आयरन का भी काफी भंडार मिला है. दुद्धी तहसील में महुली के पास एनोसाइट का भी पता चला है. इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी अधिक होगी.
केके राय, जिला खनन अधिकारी