सोनभद्र : जिले के नगवा ब्लॉक के सुदूरवर्ती और नक्सल प्रभावित गांव रामपुर में घाघर नदी का पुल टूट जाने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस पुल से पलपल, दिनारी, सोमा, रामपुर बड़ा मोहल्ला, करवरिया, पनौरा समेत एक दर्जन गांवों का संपर्क जुड़ा हुआ है लेकिन अब आवागमन प्रभावित है. लोग इस पुल की दीवार से किसी तरह पैदल आवागमन करते हैं. बरसात में पुल से गिरकर कई बच्चे और ग्रामीण चोटिल भी हो चुके हैं. ग्राम प्रधान शिवमूरत ने बताया कि पुल टूटने की जानकारी जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर की जा चुकी है, लेकिन आज तक पुल का निर्माण नहीं हुआ.
ग्रामीणों ने बताया कि इस पुल के टूट जाने से लोगों को काफी परेशानी होती है. रामपुर गांव का प्राथमिक स्कूल पुल के एक तरफ और उच्च प्राथमिक स्कूल दूसरी तरफ है. जब बच्चे पुल की दीवार से आवागमन करते हैं तो गिरकर चोटिल होने का खतरा बना रहता है. पहले कई घटनाएं भी घट चुकी हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कई लोगों की खेती भी पुल के दूसरी तरफ है. बरसात में पानी का बहाव तेज हो जाने से खतरा और भी बढ़ जाता है. कई बाइक सवार भी गिरकर चोटिल हो चुके हैं. तीन साल बीत जाने के बावजूद आज तक इस पुल की मरम्मत नहीं हो सकी है.
डीडीओ ने दिया मरम्मत का आश्वासन
वहीं इस बाबत जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपाठी ने कहा कि खंड विकास अधिकारी को भेज कर मौके की वास्तविक जानकारी ली जाएगी. पुल को देखने से लगता है कि उसका मुख्य भाग सुरक्षित है. अगर ग्राम पंचायत के द्वारा यह कार्य संभव होगा तो पुल का निर्माण करा दिया जाएगा, नहीं तो संबंधित विभाग से संपर्क करके पुल की मरम्मत का प्रयास किया जाएगा. ताकि ग्रामीणों की समस्या दूर हो सके.